मेरठ पुलिस और SWAT टीम ने संयुक्त कार्रवाई में अवैध कारतूस सप्लाई करने वाले एक बड़े गैंग का खुलासा किया है। तीन आरोपी गिरफ्तार, चार फरार। मास्टरमाइंड हाफिज का छात्र निकला।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध कारतूस सप्लाई करने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से कुल 234 कारतूस बरामद किए हैं। वहीं, चार अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
संयुक्त कार्रवाई में हुई गिरफ्तारी
यह कार्रवाई मेरठ के लालकुर्ती थाना पुलिस और स्पेशल वेपंस एंड टैक्टिक्स (SWAT) टीम द्वारा की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शारिब, उवैद खान और हैदर खान उर्फ भूरा के रूप में हुई है। इनमें से शारिब इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जो एक मदरसे में हाफिज की पढ़ाई कर चुका है।
शारिब चला रहा था अवैध नेटवर्क
पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि शारिब अपने भाई शाकिर और भतीजे के साथ मिलकर अवैध कारतूसों का व्यापार करता था। वह कारतूसों की खेप अहद उर्फ राजा उर्फ पख्तूनी नामक व्यक्ति से खरीदता था, जिसे बाद में अन्य अपराधियों तक पहुंचाया जाता था।
गैंग का नीरज बवाना से संबंध होने का संदेह
मेरठ के एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपियों के पास से 204 कारतूस 12 बोर के और 30 कारतूस 315 बोर के बरामद हुए हैं। यह भी खुलासा हुआ है कि यह गिरोह इन कारतूसों को मॉडिफाई कर घातक हथियारों में तब्दील कर रहा था। पुलिस को संदेह है कि इस गैंग के तार दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवाना गैंग से भी जुड़े हो सकते हैं।
जारी है फरार आरोपियों की तलाश
फिलहाल, चार अन्य आरोपी—जिनकी पहचान पुलिस ने गुप्त रखी है—फरार चल रहे हैं। पुलिस की कई टीमें उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही हैं। इस पूरे प्रकरण ने उत्तर भारत में सक्रिय अवैध हथियार सप्लाई नेटवर्क की गहराई को उजागर कर दिया है।