संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
देवरिया जिले में पुलिस विभाग में हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई चर्चा का विषय बन गई है। पुलिस महकमे में लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे सात पुलिसकर्मियों पर एसपी विक्रांत वीर ने कड़ा रुख अपनाते हुए निलंबन की कार्रवाई की है। बुधवार की शाम को एसपी ने पुलिस लाइन और विभिन्न थानों में तैनात इन पुलिसकर्मियों को अनुशासनहीनता के गंभीर मामलों में निलंबित कर दिया।
कार्रवाई के कारण
निलंबित किए गए पुलिसकर्मी बिना किसी सूचना के लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित थे। यह कार्रवाई विभाग में अनुशासन बनाए रखने और किसी भी प्रकार की लापरवाही को रोकने के उद्देश्य से की गई है। एसपी विक्रांत वीर ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पुलिस विभाग में अनुशासन सर्वोपरि है और इसे भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
निलंबित पुलिसकर्मी
जिन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, उनकी सूची निम्नलिखित है:
1. लल्लन सिंह – मुख्य आरक्षी, पुलिस लाइन
2. सुगन्ध चौहान – मुख्य आरक्षी, पुलिस लाइन
3. शिवम उपाध्याय – आरक्षी, पुलिस लाइन
4. हरिशंकर यादव – मुख्य आरक्षी, मईल थाना
5. प्रियंका उपाध्याय – महिला आरक्षी
6. संजय दिवाकर – फॉलोवर, पुलिस लाइन
ये सभी पुलिसकर्मी लंबे समय से ड्यूटी से गैरहाजिर थे। इनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
एसपी का सख्त संदेश
एसपी विक्रांत वीर ने कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि वे अपनी ड्यूटी के प्रति जिम्मेदार रहें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अनुशासन तोड़ने वालों पर इसी तरह की कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
एसपी की इस कार्रवाई ने यह साबित किया है कि पुलिस विभाग में लापरवाही और अनुशासनहीनता को बिल्कुल भी जगह नहीं दी जाएगी। यह कार्रवाई न केवल पुलिस विभाग के लिए एक सीख है, बल्कि समाज को भी यह संदेश देती है कि कर्तव्य की उपेक्षा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
देवरिया पुलिस विभाग की यह कार्रवाई दिखाती है कि एसपी विक्रांत वीर विभाग को अनुशासन में रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उनकी सख्ती से पुलिसकर्मियों को अपने कर्तव्य के प्रति सजग और अनुशासित रहने का संदेश मिला है। अब देखना यह है कि इस कार्रवाई का पुलिस महकमे पर कितना सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
Author: samachar
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