बच्चा चाहिए, लड़का है, 3 लाख रुपए में मिल जाएगा : नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज मामला

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। जिले के कुछ प्राइवेट अस्पतालों पर नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा है। एक वायरल वीडियो ने इस अमानवीय कृत्य का खुलासा किया, जिसमें अस्पताल की एक नर्स दंपती से नवजात बच्चे का सौदा करती नजर आ रही है। वीडियो में नर्स कहती है, “बच्चा चाहिए, लड़का है। 3 लाख रुपए में मिल जाएगा।” इस पर जब युवक ने सौदेबाजी करते हुए कहा कि क्या राशि कम की जा सकती है, तो नर्स ने जवाब दिया, “2.5 लाख रुपए डॉक्टर साहब लेंगे और 50 हजार मुझे चाहिए होंगे।”

यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ जिले के तीन प्रमुख प्राइवेट अस्पतालों—जीवन ज्योति हॉस्पिटल, माही हॉस्पिटल, और मेराज हॉस्पिटल—के नाम इस मामले में सामने आए हैं।

वीडियो में खुलासा

वायरल वीडियो में दो नर्सों की बातचीत रिकॉर्ड की गई है। इसमें दोनों यह तय कर रही हैं कि एक दंपती को नवजात बच्चा उपलब्ध कराना है। बच्चा बेचने के लिए स्पष्ट तौर पर रेट तय किए जा रहे हैं। नर्सों का कहना है कि इस रकम में डॉक्टर और अन्य स्टाफ का भी हिस्सा शामिल है।

स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई

मामला सामने आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. नीरज त्यागी ने कहा कि घटना की शिकायत मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि वीडियो की जांच कराई जा रही है और इस मामले की जांच के लिए सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। संबंधित अस्पतालों के रिकॉर्ड और दस्तावेज खंगाले जाएंगे ताकि सच का पता लगाया जा सके।

अस्पताल प्रबंधन का पक्ष

वहीं, आरोपित अस्पतालों के संचालकों ने इन आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। उनका कहना है कि यह उनकी छवि खराब करने की साजिश है। वीडियो में जिन नर्सों के नाम सामने आए हैं, उनमें से एक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि वे जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे और निर्दोष साबित होंगे।

जांच का दायरा बढ़ा

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में शामिल अन्य अस्पतालों और व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज में मानवता के मूल्यों पर भी सवाल खड़े करता है।

इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। बच्चों की खरीद-फरोख्त जैसे अपराध का होना न केवल नैतिकता को शर्मसार करता है, बल्कि स्वास्थ्य प्रणाली की साख पर भी सवाल उठाता है। अब देखना होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष सामने आते हैं और दोषियों को क्या सजा मिलती है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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