नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर जिले के महाराजगंज तराई के थाना सुदर्शन जोत के गांव निबोरिया में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है। इस वारदात में 70 वर्षीय सरोज सिंह की हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
घटना का विवरण
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना रात के समय की है जब अज्ञात बदमाश घर में सीढ़ी के सहारे घुसे। उस समय घर के अन्य सदस्य दूसरी मंजिल पर सो रहे थे, जबकि सरोज सिंह नीचे के कमरे में सो रही थीं। बदमाशों ने पहले घर के अन्य कमरों को बाहर से बंद कर दिया, ताकि कोई भी बाहर न आ सके। इसके बाद वे सीधे उस कमरे में पहुंचे, जहां सरोज सिंह सो रही थीं। वहाँ बदमाशों ने गला दबाकर उनकी हत्या कर दी।
लाखों की लूट और चोरी
हत्या के बाद, बदमाशों ने अलमारी का लॉकर तोड़कर करीब सात लाख रुपये के जेवरात, तीन लाख रुपये नकद और एक रिवाल्वर भी चुरा ली। इस घटना की जानकारी तब मिली जब सरोज सिंह के पति दशरथ सिंह की करीब 1 बजे रात को नींद खुली। उन्होंने देखा कि कमरे का दरवाजा बाहर से बंद है। किसी तरह दरवाजा खोलकर उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों को बुलाया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस और फोरेंसिक टीम की जांच
घटना की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी देवीपाटन मंडल और एसपी विकास कुमार सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना की जांच के लिए पांच टीमों का गठन किया है। फोरेंसिक टीम ने तकिए के कवर, अलमारी और दरवाजों से फिंगरप्रिंट जुटाए हैं। जांच के दौरान, बदमाशों के कई सुराग मिले हैं, जिनमें कमरे से मिले किसी पुरुष के सिर के बाल भी शामिल हैं। पुलिस को शक है कि सरोज सिंह ने बदमाशों का जमकर सामना किया होगा। जान बचाने की कोशिश में उन्होंने एक बदमाश के बाल पकड़ लिए, जिससे बाल कमरे में गिरे हुए मिले हैं।
परिवार का बयान
सरोज सिंह के बेटे, अखिलेश बहादुर सिंह ने बताया कि बदमाश छत पर सीढ़ी के जरिए पहुंचे और फिर घर के अंदर दाखिल हुए। उन्होंने कहा कि बदमाशों ने बेहद चालाकी से सभी कमरों को बाहर से बंद कर दिया ताकि कोई बाहर न आ सके। अखिलेश का मानना है कि उनकी मां ने बदमाशों का सामना करते हुए अपनी जान गंवाई।
मामले की तफ्तीश जारी
पुलिस ने हत्या और लूटपाट की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तेजी से जांच शुरू कर दी है। वैज्ञानिक साक्ष्यों की जांच के साथ-साथ पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है ताकि बदमाशों की पहचान हो सके। फोरेंसिक टीम ने भी कई अहम सुराग इकट्ठा किए हैं, जिनकी मदद से पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकेगा।
इस वारदात ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया है, और पुलिस पर दबाव बढ़ गया है कि वह जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर कानून के शिकंजे में लाए। फिलहाल, इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, और स्थानीय लोगों में भय का माहौल है।