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उत्तर प्रदेशदेवरिया

फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तैयारी की समीक्षा बैठक

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

सीडीओ की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए अंतर विभागीय समन्वय में बैठक आयोजित मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय की अध्यक्षता में आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में आगामी 10 अगस्त से प्रारंभ होने वाले राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तैयारी की समीक्षा के लिए जनपद स्तरीय प्रथम अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में सीडीओ ने सभी विभागों को अंतर विभागीय समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया।

      सीडीओ प्रत्यूष पांडेय ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत एक वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल दी जाएगी। मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान 10 अगस्त से 2 सितम्बर तक सोमवार, मंगलवार, गुरूवार और शुक्रवार को चलेगा । बुधवार तथा शनिवार को मॉप-अप राउंड होगा। जनपद में 33,91,823 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान वाले दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाएगी और लोगों को दवा देगी। इसके लिए 2918 टीमें गठित की गई हैं। अभियान में डब्लूएचओ, यूनिसेफ, पाथ, सीफार, स्काउट, एनएसएस, एनसीसी सहित एनजीओ व अन्य सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। सभी संबधित विभाग माइक्रोप्लान तैयार कर अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाये।

       सीएमओ डॉ राजेश झा ने कहा कि फाइलेरिया जिसे हाथीपांव के नाम से भी जानते हैं एक लाइलाज बीमारी है। इसके संक्रमण से लिम्फोडिमा (हाथ, पैर, स्तन में सूजन) और हाइड्रोसील (अंडकोष में सूजन) हो जाता है । प्रबंधन के जरिये लिम्फोडिमा को नियंत्रित किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है । इस बीमारी से बचाव के लिए पांच साल तक लगातार साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन आवश्यक है । बीमारी से बचाव के लिए दवा के सेवन और इसका संक्रमण फैलाने वाले मच्छरों से बचाव आवश्यक है। एमडीए अभियान को मजबूती प्रदान कर सुनिश्चित किया जाए कि जिले में एक भी नया संक्रमण न फैलने पाए। दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को ( गर्भवती और अति गंभीर बीमार लोगों को छोड़ कर) फाइलेरिया से बचाव की दोनों दवाएं खिलानी हैं। 

         जिला मलेरिया मलेरिया अधिकारी चंद्रप्रकाश मिश्रा ने कहा कि अभियान के तहत दवा सेवन कराने के पश्चात दायें हाथ की अंगुली पर मार्कर से निशान लगाया जाएगा। प्रत्येक दिन खिलाई गई दवा का विवरण ई कवच पोर्टल पर फीड करना अनिवार्य है।

         इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ सुरेंद्र कुमार चौधरी, डीपीआरओ सर्वेश कुमार पांडेय, डीपीओ कृष्णकांत राय, डीएसओ संजय पांडेय, डॉ आरके श्रीवास्तव, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका चौधरी डीसीपीएम राजेश गुप्ता, सहायक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि, यूनिसेफ के प्रतिनिधि डॉ अरशद जमाल, पाथ के प्रतिनिधि अभिषेक कुमार सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे ।

*सीडीओ ने की दस्तक अभियान की समीक्षा*

सीडीओ प्रत्यूष पांडेय ने दस्तक अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान से जुड़ी गतिविधियों में तेजी लाई जाए। झाड़ियों की कटिंग, नालियों की सफाई, ठहरे हो पानी का हटाव, फागिंग, चूहा-छछूंदर नियंत्रण, मच्छर प्रजनन के स्रोत स्थलों पर एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। दस्तक अभियान शासन की प्राथमिकता का कार्य है, इसमें किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए।

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'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।

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