चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
लखनऊ: यूपी में बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिजली बिल भेजने के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं, लेकिन हाल ही में बिजली विभाग के कर्मचारियों ने ऐसा कारनामा कर दिया जिससे लोग हैरान हैं। बांदा जिले की नरैनी तहसील के महराजपुर गांव में रामचरन नाम के किसान को 47,000 रुपये का बिजली चोरी का नोटिस भेजा गया, जबकि उनके इलाके में बिजली की लाइन ही नहीं पहुंची है। रामचरन ने इस मामले की शिकायत पावर कॉरपोरेशन के उच्च अधिकारियों से की है।
रामचरन की जमीन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है, जहां से करीब एक किलोमीटर पहले बिजली विभाग का आखिरी खंभा है। बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए रामचरन ने मध्य प्रदेश की बिजली कंपनी से अस्थायी कनेक्शन लिया हुआ है, जिसका बिल भी उनके पास है।
रामचरन का आरोप है कि कुछ महीने पहले बिजली विभाग के दो कर्मचारी उनसे सुविधा शुल्क मांगने आए थे। मना करने पर कर्मचारियों ने उन्हें बिजली चोरी का नोटिस थमा दिया। अब रामचरन इस गलत कार्रवाई के खिलाफ न्याय की गुहार लगा रहे हैं और विभाग के चक्कर काट रहे हैं।
गलत बिजली बिल भेजे जाने की शिकायतों के चलते ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और पावर कॉरपोरेशन के उच्च अधिकारी कई बार इंजीनियरों को फटकार लगा चुके हैं। गलत बिल भेजने के मामलों में कई कर्मचारियों और बिलिंग एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो चुकी है।
Author: samachar
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