संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट। दो दिव्य प्रतिभा गौरव महोत्सव का बुधवार को समापन हुआ। फिल्मी कलाकारों के मंच और भव्य कार्यक्रम की मंडली चल रही थी। कार्यक्रम स्थल के करीब लगभग 60 मीटर के आधुनिक उपकरणों के लिए बिजली के तार दिए गए थे। आपात्काल के लिए बैटरी भी रखी गयी थी। स्टॉक एक्सचेंज से 22 स्टैंड पर बोल्ट लगाए गए थे।
बताया जाता है कि कर्वी मेमोरियल निवासी विश्व प्रताप मिश्रा का पुत्र यश (11) कक्षा छह, हंस शर्मा का पुत्र पारस (10) कक्षा पांच और मुकेश वर्मा का पुत्र प्रभात (12) कक्षा छह मोहित (14) कक्षा आठ के छात्र थे। चारों दोस्त थे। रविवार को ये सभी पीछे के गेट से बिटकॉइन के पास पहुंचे। यह वहां बनाया गया ट्रांसफार्मर देख रहे थे। खतरनाक बम चल रहा है कि इनमें से किसी ने तार को छू लिया, जिससे शॉट सर्किट हुआ और बम में आग लग गई।
सीएम ने दिया विस्तृत जांच आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रपट की दुर्घटना का रिकार्ड लेते हुए इसकी गहन जांच का आदेश दिया है। उन्होंने दुर्घटना में हुए लोगों की मौत पर दुख जतन के साथ संपत्ति को 5 लाख रुपये और आपदा को 50 हजार की आर्थिक सहायता के निर्देश भी दिए हैं। साथ ही, एडीजी की विचारधारा में संगीत समिति को दोषियों के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के सर्किट में गुरुवार को भव्य गौरव महोत्सव के दौरान हुए विस्फोट में चार बच्चों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, यह उत्सव उत्सव के दौरान हुआ।
भानु भास्कर, अपर एडीजी (एडीजी), डॉयलाग जोन ने चित्रलिपि में कहा, “इसमें हमारे चार बच्चों की मौत हो गई।” रोडवेज से डीआइजी, जिला अधिकारी आर्किटेक्ट और एसपीआई, प्लाजाएल एसपी सहित अन्य अधिकारी मशीनरी पर हैं। हमारी कंपनी, बम निरोधक दस्ता (बीडीएस) की एक टीम भी पहुंच रही है।”
उन्होंने आगे कहा, ”अब लगभग तीन लोगों के खिलाफ रिकॉर्ड दर्ज किया गया है और इसमें लोग भी शामिल होंगे.” जांच जारी है। हमने पूरी जांच एक नए जांचकर्ता हर्ष पैंडेसी, स्केल को दी है, ताकि हम इसे उसी से आगे बढ़ा सकें, जैसा कि हम कर रहे थे, नई दिल्ली से आने वाली टीम, लखनऊ से आने वाली टीम, साथ ही साथ ही आने वाली टीम वाली और आगरा से आने वाली लॉटरी के साथ मिलकर, हम बहुत जल्द निष्कर्ष निकालेंगे।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “जांच के संबंध में मेरे लिए कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी क्योंकि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है।” बच्चों का पोस्टमॉर्टम पूरा नहीं हुआ है। और भी लोगों से पूछताछ की जा रही है और वे अब तक जो दिए गए हैं, उसके आधार पर हम जांच कर रहे हैं।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए एक अतिरिक्त आदर्श (एडीजी) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक उच्च वैज्ञानिक जांच समिति का आदेश दिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और मृतकों को 50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की। घटना पर विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
दो दिवसीय बुंदेलखंड गौरव महोत्सव का बुधवार को समापन था। फिल्मी कलाकार आए थे। उनके मंच पर प्रतिभाग करने की तैयारी चल रही थी। आतिशबाजी की भी व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम स्थल के पीछे लगभग 60 मीटर दायरे में आधुनिक आतिशबाजी के लिए बिजली के तार बिछाए गए थे। इमर्जेंसी के लिए बैटरी भी लगाई गई थी। इन्हीं तारों से 22 स्टैंड पर पटाखे लगाए गए थे।
चारों दोस्त आतिशबाजी देख रहे थे
बछरन निवासी हाल मुकाम कर्वी माफी धर्मेंद्र सिंह का पुत्र प्रभात (12) कक्षा छह, कर्वी माफी निवासी विश्वप्रताप मिश्रा का पुत्र यश (11) कक्षा छह, हंसराज शर्मा का पुत्र पारस (10) कक्षा पांच व मुकेश वर्मा का पुत्र मोहित (14) कक्षा आठ के छात्र थे। चारों दोस्त थे।
बुधवार को ये सभी पीछे के गेट से आतिशबाजी के पास पहुंच गए। यह वहां लगाई गई आतिशबाजी देख रहे थे। आशंका है कि किसी ने तार छू लिया। जिसकी वजह से शॉर्ट-सर्किट हो गया। पटाखे में आग लग गई। अचानक धमाका हुआ। इसमें चार लोग चपेट में आ गए। एक बच्चे की लाश 40 फीट ऊंची कॉलेज की छत पर गिरा। दूसरे की मौके पर मौत हो गई।
2 के चेहरे और हाथ-पैर झुलस गए
सूचना पर 4 एंबुलेंस पहुंचीं। सभी को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। 2 बच्चों को प्रयागराज रेफर कर दिया। रास्ते में ही दोनों बच्चों की मौत हो गई। इनके घर वाले रात में आकर अस्पताल में शिनाख्त की। मामले की जानकारी पर डीआईजी(DIG) अजय कुमार सिंह, डीएम (DM) अभिषेक आनंद, एसपी(SP) अरुण कुमार सिंह 6 थाने की फोर्स, डॉग स्क्वायड और फोरेंसकि टीम के साथ पहुंचे। मामले की जानकारी ली।
22 स्टैंड में दो किलो का विस्फोटक
कार्यक्रम स्थल पर आतिशबाजी के लिए लगाये गए 22 स्टैंडों में लगभग दो किलो बारूद होने की संभावना जताई गई है। आयोजक इसे लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं लेकिन स्थानीय पटाखा बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि एक साथ अगर इन पटाखों का विस्फोट होता तो लगभग 30 मीटर के दायरे के लोग प्रभावित होते।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."