ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
आगरा: ताजनगरी से एक बार फिर हनी ट्रैन का मामला सामने आया है। पर इस बार का मामला काफी हाईप्रोफाइल है। कल्पना मिश्रा नाम की एक युवती ने फर्जी आईएएस बनकर पीसीएस अफसर नोबिल कुमार को अपने हुस्न के जाल में फंसाया। शादी भी कर ली। फिर ब्लैकमेल कर लाखों रुपये हड़प लिए। खास बात यह रही कि कल्पना ने खुद को अंडरकवर आईएएस अधिकारी बताया था। अब आगरा पुलिस सरगर्मी से इस हसीना की तलाश कर रही है। पीड़ित पीसीएस अफसर ने थाना जगदीशपुरा में केस दर्ज करवाया है। जांच में पता चला है कि नोबिल कुमार कल्पना मिश्रा के पहले शिकार नहीं है। वह पहले भी कई आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अफसरों के साथ ठगी का खेल खेल चुकी है। नोबिल कुमार आगरा में जीएसटी अधिकारी हैं।
कल्पना मिश्रा के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए पुलिस साइबर सेल की मदद ले रही है। उसके इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के विभिन्न अकाउंट का डाटा खंगाला जा रहा है। इस बहुचर्चित मामले में अभी बहुत सी बातें स्पष्ट नहीं है। इस बात का ब्योरा नहीं है कि कल्पना मिश्रा ने नोबिल कुमार से कितने लाख की ठगी की है। पुलिस इस मामले में पीड़ित अधिकारी से पूछताछ कर रही है।
सुल्तानपुर की रहने वाली है कल्पना
मैनपुरी के मूल निवासी नोबिल कुमार आगरा में राज्य कर अधिकारी हैं। फेसबुक पर वह हनी ट्रैप का शिकार हो गए। सुल्तानपुर की रहने वाली कल्पना मिश्रा की पिछले वर्ष उनसे मित्रता हुई थी। कल्पना ने बताय कि वह अंडरकवर आईएएस अधिकारी है। दोनों में बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया। धीरे धीरे वे नजदीक आते गए। एक दिन कल्पना आगरा आकर नोबिल कुमार से मिली और उन्हें शादी करने प्रस्ताव दिया। कल्पना मिश्रा ने अनुबंध पत्र तैयार कराया और आर्य समाज मंदिर में नोबिल कुमार से शादी कर ली। आरोप है कि शादी के बाद से ही कल्पना बहाने बनाकर पीसीएस अफसर से लाखों रुपये ऐंठती रहीं। फिर एक दिन घर से गायब हो गई।
लखनऊ के युवक से चल रहा तलाक का केस
बताया जा रहा है कि कल्पना मिश्रा पहले से शादीशुदा है। लखनऊ निवासी एक युवक से उसका तलाक का मामला अदालत में चल रहा है। यह भी पता चला है कि उसने खुद को एसडीएम हाथरस बताते हुए एक एडिशनल एसपी को प्रेमजाल में फंसा लिया था। वीडियो बनाकर उसने पुलिस अफसर को लंबे समय तक ब्लैकमेल किया था।
एडिशनल एसपी को भी ठग चुकी है
इस मामले में थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़ित अधिकारी के बयान अभी दर्ज नहीं हुए हैं। विवेचक जल्द उनका बयान बयान दर्ज करने जाएंगे। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि कल्पना मिश्रा ने एक एडिशनल एसपी को भी इसी तरह से ठगा था जिसका वीडियो उनके पास है। पीड़ित के बयान दर्ज करने पर पता चलेगा कि कल्पना मिश्रा से उनकी मुलाकात कहां पर हुई थी। अभी इस केस में कई तथ्य सामने आने बाकी हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."