ताजी खबरें; शांतिपूर्ण तरीके से मनाया बकरीद ; रुठे मानसून से राहत के लिए जारी की गई एडवाइजरी

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला और चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट 

पूरे देश के साथ यूपी में भी ईद-उल-अजहा का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर प्रदेश के अलग-अलग जिलों की मस्जिदों में बकरीद की नमाज अदा की गई गई। लोगों ने खुदा से अमन-चैन की दुआएं मांगी। बकरीद के पर्व पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश वासियों को बधाई दी है।

रुठे मानसून से उम्मीद के बादल 

मानसून आने के बाद लंबे अंतराल से बारिश न होने की वजह से खरीफ की फसलों की रोपाई व बोवाई पर पड़ रहे असर और किसानों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए प्रदेश के कृषि विभाग ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। किसानों को सलाह दी गई है कि जब तक पर्याप्त वर्षा व नमी न हो बोवाई शुरू न करें।

इसमें कहा गया है कि अगर बोवाई में विलंब हो रहा हो तो कम अवधि की सूखा सहनशील प्रजातियों की बोवाई की जाए। फसलों में घने पौधों को अलग-अलग करके पौध संख्या कम रखी जाए तथा मल्च के लिए बायोमास (जैव उत्पाद) का प्रयोग किया जाए। जीवन रक्षक दवाओं के छिड़काव के लिए क्यारी तथा बरहा विधि या एकांतर पंक्ति विधि को अपनाएं।

यूपी में भीषण गर्मी के साथ उमस बढ़ने से बेहाल लोगों को राहत मिलने के आसार दिख रहे हैं। सोमवार से मौसम में बदलाव हो सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, 24 घंटों में बादलों की आवाजाही रहेगी।  बारिश शुरू हो सकती है। 

देश के पश्चिमी हिस्से में बने दबाव के क्षेत्र का असर रविवार की रात या सोमवार सुबह से देखने को मिल सकता है। यदि पर्याप्त नमी मिली तो बारिश शुरू हो जाएगी। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 38 और न्यूनतम 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। दिन भर बादलों की आवाजाही के बीच इक्का दुक्का स्थानों पर बूंदाबांदी होने के संकेत हैं।

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कानपुर में अमन और सरकार को अदल ओ इंसाफ पर चलने की तौफीफ देने की दुआ

कानपुर में पहली बार बड़ी ईदगाह बेनाझावर में ईद उल अजहा की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी जा सकी। नमाज शुरू होते ही ईदगाह भरने के बाद लोग सड़क के एक छोर पर बैठ गए तो पुलिस से रोक दिया। नमाज मात्र पांच मिनट में खत्म कर दी गई। शांति का पैगाम देने के लिए हवा में सफेद गुब्बारे और कबूतर भी उड़ाए गए।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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