कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
कानपुर देहात के गांव परौंख में जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मंच पर मौजूद थे। यहां से कुछ ही किलोमीटर दूर शहर में बवाल हो गया। पत्थरबाजी, बमबाजी और लाठीचार्ज से सड़कें रणक्षेत्र में बदल गईं। कथित तौर पर भाजपा नेता नुपुर शर्मा के एक बयान को लेकर हुई हिंसा ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आने का कार्यक्रम पहले से तय था तो आज ही के दिन बंद का आह्वान क्यों किया गया? कई मस्जिदों में भड़काऊ तकरीरों की भी सूचना है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह पूर्व नियोजित घटना है? जुलूस कैसे निकला और हिंसा का इंतजाम कैसे हुआ? इसको लेकर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों पर भी सवाल उठने लाजिमी हैं।
कानपुर में शुक्रवार को भारी बवाल हो गया। भाजपा नेता नुपूर शर्मा की ओर से मोहम्मद पैगंबर को लेकर दिए गए कथित बयान को लेकर भारी हिंसा हुई है। शहर के कई मुस्लिम बहुल इलाकों में जमकर पथराव हुआ। पेट्रोल बम भी चलाए गए। उपद्रवियों ने कहीं तोड़फोड़ की तो कहीं लूटपाट। जमकर उत्पात मचाया है।
नई सड़क पर नमाज के बाद एक पक्ष सड़कों पर उतर आया और जमकर पथराव करने लगा। देखते ही देखते हालत बेकाबू हो गए और दोनों ही पक्ष आमने-सामने आ गए। बिगड़े हालात को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई और घेराबंदी कर लोगों को शांत कराने का प्रयास करने लगे लेकिन अराजक तत्व लगातार पत्थरबाजी करते रहे जिसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पुलिस ने सभी घायलों को तत्काल अस्पताल भिजवाया है जहां पर सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
बवाल की सूचना पर डीएम और संयुक्त पुलिस आयुक्त समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंचा और पैदल मार्च करते हुए लोगों को समझाने का प्रयास किया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा मोहम्मद साहब पर की गई विवादित टप्पिणी को लेकर एक पक्ष आक्रोशित था जिसके चलते शुक्रवार को नमाज के बाद नई सड़क पर लोगों की भीड़ जुटने शुरू हो गई। जमकर भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ नारेबाजी होने लगी लेकिन देखते ही देखते कुछ अराजक तत्वों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी जिसके बाद माहौल बिगड़ गया और दूसरी तरफ से भी पत्थरबाजी होने लगी। हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि उपद्रवियों ने पथराव के साथ ही फायरिंग व बमबाजी भी की।
15 उपद्रवी हिरासत में, खंगाले जा रहे वीडियो फुटेज
पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा और जिलाधिकारी नेहा शर्मा मौके पर पहुंचीं हैं। कमिश्नर मुताबिक बवाल में दो लोग जख्मी हो गए हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। 15 उपद्रवियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आक्रामक रुख अख्तियार किया है। वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की धरपकड़ का अभियान छेड़ा गया। गलियों में भारी पुलिस बल मौजूद है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."