Explore

Search
Close this search box.

Search

November 23, 2024 9:44 am

लेटेस्ट न्यूज़

कानपुर हिंसा : पुलिस देखती रही वो मारते रहे ; बोल रहे थे आज इनको काट डालेंगे, खौफ की साफ शक्ल सबों ने देखी

12 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान और नौशाद अली की रिपोर्ट

कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। लोगों ने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया- वहां गोलीबारी भी हुई। कई लोगों के सिर फटे, घायल भी हुए हैं। कुछ ही देर में हिंसा इतनी भड़क गई कि UP पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को मौके पर PAC जवानों की 12 कंपनियां भेजनी पड़ीं।

घायल रिक्शा चालक मुकेश ने बताया, ‘मैं सड़क पर रिक्शा लेकर आ रहा था। उन्होंने मुझे रोका, सबसे पहले मेरा नाम पूछा गया, जैसे ही मैंने अपना नाम मुकेश बताया, उन्होंने मारना शुरू कर दिया। इसी बीच मुकेश की पत्नी बताने लगी कि जुलूस में 2-3 हजार आदमी थे।’

दुकानदार अभिषेक गुप्ता ने बताया, ‘इनकी कल से ही प्लानिंग थी। जुमे की नमाज के बाद 4 से 5 हजार लोगों का जुलूस आया। एक टुकड़ी निकल गई। पीछे आ रहे लड़के बोल रहे थे कि आज इनको काट डालेंगे। पुलिस खड़ी तमाशा देख रही थी। खुद को बचाने के लिए हम लोग और यहां की महिलाएं तक लड़ीं। मस्जिद से गोलियां भी चल रही थीं।’

जुगल किशोर कश्यप ने बताया, ‘उन्नाव का रहने वाला हूं। किराए की गाड़ी लेकर ननिहाल आया था। जब हम आए तो इनका जुलूस निकल रहा था। हमने जैसे ही गाड़ी किनारे लगाई, पत्थर आने शुरू हो गए। गाड़ी में मेरे साथ वाइफ, बच्चे, बहू और सास भी थे। हम किसी तरह बचकर भागे, सामान भी नहीं निकाल पाए। मेरी गाड़ी तोड़ दी। पत्थरबाजों ने मेरी गाड़ी में रखे 70 हजार के जेवर और बैग भी लूट लिए।’

सड़क पर मक्खन, दूध और मसाले का ठेला चलाने वाली एक महिला ने बताया, ‘मैं अपने ठेले के पास खड़ी थी। वो लोग आए और मेरे पति को घसीटते हुए ले गए। मेरा ठेला तोड़ दिया। बेटा पति को बचाने गया तो उसको भी घसीट ले गए और मारा। मैंने रोते हुए हाथ जोड़े तब उन्होंने पति को छोड़ा।’

सड़क पर दो घायल खड़े 2 दुकानदारों ने बताया, ‘सबसे पहले ये भीड़ तेजबाग में इकट्ठी हुई फिर हमें जानकारी लगी कि नमाज के बाद यतीमखाने चौराहे पर बवाल हुआ है। शुरुआत में कुछ लोगों की भीड़ आई और गालियां देते हुए हमसे दुकाने बंद कराईं। फिर उनकी भीड़ बढ़ती गई। वो हुजूम बना कर चल रहे थे। उनके हाथ में काली पट्टियां थीं।’

दुकानदारों के साथ खड़े सभी लोगों ने कहा, ‘दंगाइयों ने तेजाब की बोतलें चलाईं, हथगोले चलाए, फायरिंग भी की। यहां के SO साहब एक घंटा बाद आए, हमसे बोले तुम लोग ना बोलो और वहां से गायब हो गए। हम चुप रहे और हमें पीटा जाता रहा। पूरी घटना के दौरान पुलिस नहीं दिखी।’

हिंसा पर काबू पाने के बाद पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा मीडिया के सामने आए। कहा, ‘अब तक हमने हिंसा के 18 गुनहगारों को गिरफ्तार कर लिया है। हमें हिंसा के पूरे फुटेज और वीडियोज मिल गए हैं। फोटोग्राफ्स के आधार पर लोगों की पहचान कर ली गई है। जो गुनहगार बचे हैं, उनको जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उन पर गैंगस्टर एक्ट दर्ज किया जाएगा, सम्पत्तियां जब्त की जाएंगी।

 

हयात जफर हाशमी की तलाश में पुलिस

इस बीच कानपुर पुलिस को एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी की तलाश में जुट गई है, जिसे इस हिंसा का मास्‍टरमाइंड बताया जा रहा है। बता दें कि हाशमी समेत कई नेताओं ने बीजेपी नेत्री नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिए गए बयान के विरोध में जुलूस निकाला था और इस दौरान वे अन्य समुदाय के सदस्यों से भिड़ गए। इस दौरान हुई झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं जिनमें आधा दर्जन से अधिक गंभीर रूप से घायल हैं। इसके अलावा कई कारों के साथ बाइक और स्‍कूटी को भी नुकसान पहुंचा है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़