दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कौशांबी । कैमा गांव के बलराम की शादी शनिवार को श्रीलंका की मधुशा से हुई। मधुशा इस शादी के लिए बीस दिन का टूरिस्ट बीजा लेकर कौशांबी आई हुई है। शनिवार की रात पूरे विधि-विधान से दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनाकर हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक शादी की।
मधुशा से बलराम की मुलाकात साउथ अफ्रीका के जॉर्डन में हुई थी। सऊदी के रास्ते बलराम साउथ अफ्रीका नौकरी करने के लिए पहुंचा था।
मधुशा वहां कंप्यूटर की पढ़ाई करने के लिए आई थी। दोनों अच्छे दोस्त थे। इनकी दोस्ती रिश्ते में तब बदली जब श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच तमाम उथल-पुथल चल रही है।
पइंसा थाना क्षेत्र के कैमा निवासी बलराम के पिता लल्लू राम की मौत हो चुकी है। बलराम ने कंप्यूटर की ट्रेनिंग ली थी। सऊदी में ऑपरेटर का वीजा मिलने पर वह चार साल पहले सऊदी चला गया था।
मधुशा कोर्स पूरा होने के बाद श्रीलंका वापस चली गई थी, लेकिन इसकी जानकारी बलराम को नहीं थी। बलराम ने कोचिंग सेंटर से जानकारी हासिल की और कंपनी की मदद से श्रीलंका पहुंच गया। करीब छह माह बाद दोनों मिले। सबकुछ ठीक चल रहा था। इसके बाद बलराम दोबारा साऊथ अफ्रीका आ गया।
आर्थिक संकट आने पर श्रीलंका में की कोर्ट मैरिज
इस बीच श्रीलंका में अचानक आर्थिक संकट आ गया है। मधुशा ने बलराम को बताया कि यहां दिक्कत बढ़ गई है तो वह दोबारा हवाई जहाज के रास्ते श्रीलंका पहुंचा। श्रीलंका में बाकायदा दोनों ने कोर्ट मैरिज की। इसके बाद बलराम वापस चला आया। वापस आने के बाद उसने मधुशा का टूरिस्ट वीजा 20 दिन के लिए बनवाया। मधुशा आठ मई को यहां आई। शादी की तैयारियां शुरू हुई। शनिवार को दोनों ने शादी कर ली।
एलआईयू इंस्पेक्टर पीएन कुशवाहा ने कहा, ‘युवती के पास टूरिस्ट वीजा है, इसलिए जानकारी नहीं है, युवती ने यदि शादी की है तो इसकी विधिवत जांच की जाएगी। जांच के बाद आगे की कार्रवाई कराई जाएगी।’
Author: samachar
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