अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
दरकशा बानो की गिरफ्तारी के बाद चौंकाने वाले खुलासे
प्रयागराज में एक **अनुसूचित जाति की किशोरी** को **धर्मांतरण** कराकर **जिहादी गतिविधियों** में झोंकने की साजिश का खुलासा हुआ है। इस मामले में गिरफ्तार की गई **दरकशा बानो** के मोबाइल डाटा, सोशल मीडिया प्रोफाइल और कॉल डिटेल की गहन छानबीन की जा रही है।
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दिल्ली और केरल से जुड़े तार, आतंकी स्लीपिंग सेल की आशंका
पुलिस का दावा है कि मामले के तार **दिल्ली**, **केरल** सहित कई राज्यों से जुड़े हैं। दरकशा बानो के **किसी आतंकी संगठन की स्लीपिंग सेल** से जुड़े होने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इस दिशा में **एजेंसियां** गंभीरता से काम कर रही हैं।
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वाट्सएप और इंटरनेट मीडिया से जुटाए जा रहे इनपुट
दरकशा बानो के **वाट्सएप चैट**, इंटरनेट ब्राउज़िंग हिस्ट्री और मोबाइल में मिले डेटा की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि यह साबित किया जा सके कि वह किसी **आतंकी नेटवर्क** से जुड़ी थी।
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प्रथम दृष्टया संगठित गिरोह की सदस्य
पुलिस के अनुसार, दरकशा बानो **एक संगठित गिरोह** की सक्रिय सदस्य प्रतीत होती है, जो गरीब और **अनुसूचित जाति की लड़कियों को फुसलाकर** उनका मतांतरण करवाती है और फिर उन्हें **देशविरोधी गतिविधियों** में धकेल देती है।
पीसीआर रिमांड पर मिलेगी गहराई से जानकारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दरकशा को **पुलिस कस्टडी रिमांड** पर लेकर पूछताछ की जाएगी, ताकि उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के नाम और गतिविधियों का पता चल सके।
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केरल में तैनात पुलिस टीम, मो. ताज की गिरफ्तारी से खुलेंगे राज
प्रकरण में **मो. ताज** नामक व्यक्ति की भूमिका भी उजागर हुई है, जो दरकशा की बहन का देवर है। उसे गिरफ्तार करने प्रयागराज पुलिस की टीम केरल भेजी गई है। मो. ताज की गिरफ्तारी के बाद **पूरे नेटवर्क की सच्चाई** सामने आ सकती है।
पीड़िता को मिली धमकी, परिवार डरा-सहमा
पीड़िता की मां ने बताया कि **शिकायत दर्ज कराने** के बाद उनके पास एक **अनजान नंबर** से फोन आया जिसमें जातिसूचक गालियां दी गईं और **पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी** दी गई। पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार को **सुरक्षा मुहैया कराई** है।
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फूलपुर और आतंकी कनेक्शन का पुराना रिश्ता
यह मामला **फूलपुर को एक बार फिर सुर्खियों में** ले आया है। इससे पहले भी आतंकी **वलीउल्ला**, करेली निवासी **जीशान** और **एनआईए द्वारा गिरफ्तार संदिग्धों** के माध्यम से प्रयागराज का नाम आतंकी गतिविधियों से जुड़ चुका है।
पीड़िता का पारिवारिक और सामाजिक पृष्ठभूमि
पीड़िता ने **नौंवी तक की शिक्षा** ग्रहण की है। उसके पिता की मृत्यु आठ साल पहले हो चुकी है। मां **मनरेगा श्रमिक** और **फेरी लगाकर चूड़ी बेचने** का कार्य करती हैं। आर्थिक स्थिति बेहद दयनीय है, जो उसे **साजिश के जाल में फंसाने** का प्रमुख कारण बन सकती है।
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दरकशा का पारिवारिक पक्ष भी जांच के घेरे में
दरकशा बानो के परिवार में **पांच बहनें और एक भाई** है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है जबकि उसका भाई बहराइच में प्राइवेट नौकरी करता है। परिवार के अन्य सदस्यों की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है।