google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
प्रयागराज

महाकुंभ 2025: आस्था, आध्यात्म और आयोजन का विश्वविकसित महापर्व पर ऐसा खतरा… . 

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

प्रयागराज में होने जा रहे 2025 के महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। महाकुंभ के शुभारंभ में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं, और इस दौरान देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और साधु-संत प्रयागराज पहुंच रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार के आयोजन को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।

आनंद अखाड़ा का नगर प्रवेश

सोमवार को देश के प्रमुख अखाड़ों में से एक, आनंद अखाड़ा ने भव्य जुलूस के साथ महाकुंभ में प्रवेश किया। गाजे-बाजे और “हर हर महादेव” के जयघोष के साथ अखाड़े के महंत, महामंडलेश्वर, नागा संन्यासी और अन्य संत प्रयागराज पहुंचे। इस जुलूस का नेतृत्व आनंद अखाड़े के आचार्य मंडलेश्वर बालकनंद जी महाराज ने किया।

बालकनंद जी महाराज ने कहा कि अखाड़े के सभी महंत और संत प्रयागराज में अपनी छावनी में विराजमान होंगे। उन्होंने सूर्य भगवान का उल्लेख करते हुए कहा कि जैसे सूर्य पूरे विश्व को ऊर्जा प्रदान करते हैं, वैसे ही महाकुंभ में संतों की तपस्या और आध्यात्मिकता लोगों को ऊर्जा और आस्था प्रदान करेगी।

संतों का कुंभ: अनोखी कहानियां

आप को यह भी पसंद आ सकता है  खाली रेलवे स्टेशन देखकर हो रही हैरानी, किसान आंदोलन ने ट्रेनों के रुख पलटे, रेलवे भारी नुकसान में

महाकुंभ में पहुंचे संतों में मध्य प्रदेश के बवंडर बाबा लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। वह मोटरसाइकिल पर सवार होकर इस आयोजन में पहुंचे हैं। इसी तरह गुजरात के लिंबडी से आए शिवरात्रिगिरि बाबा ने अपनी दिव्यांगता को पीछे छोड़ते हुए तीन पहिया वाहन से महाकुंभ की यात्रा की। इन संतों की कहानियां श्रद्धालुओं को प्रेरणा और नई ऊर्जा प्रदान कर रही हैं।

HMPV वायरस का खतरा और तैयारियां

महाकुंभ जैसे विशाल धार्मिक आयोजन में स्वास्थ्य और सुरक्षा की चिंता स्वाभाविक है। इस बार ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) का खतरा चर्चा में है। यह वायरस ऊपरी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और बच्चों व बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।

संतों ने इस वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर चीन और अन्य प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले लोगों पर रोक लगाने की अपील की है। वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता जरूरी है।

सरकार ने महाकुंभ के दौरान वायरस से निपटने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। 100 बेड का विशेष अस्पताल बनाया गया है, जहां 24 घंटे डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा, भारतीय रेलवे ने प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन रूम्स में हमेशा चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।

आप को यह भी पसंद आ सकता है  बंधक बनाकर लूटपाट करते थे, अचानक जब आए गिरफ्त में तो खुली भयंकर पोल… 

महाकुंभ में करोड़ों की भीड़ का अनुमान

उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक, 14 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले इस 45 दिन के महापर्व में लगभग 40-45 करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। यह आयोजन प्रयागराज के 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा।

महाकुंभ न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और सामाजिक सौहार्द्र का अनूठा संगम भी है। लाखों श्रद्धालु यहां आकर पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे और दुनिया के सामने भारत की भव्यता और आध्यात्मिकता का परिचय देंगे।

344 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Close