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November 24, 2024 5:50 pm

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इंटरनेट पर धोखाधड़ी का नया तरीका : सरकारी विभागों के नाम पर फर्जी वेबसाइटों के जरिए लूटने का नायाब तरीका

17 पाठकों ने अब तक पढा

हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट

इंटरनेट एक विशाल और अद्भुत स्थान है, लेकिन यह धोखेबाजों के लिए भी एक आदर्श स्थान बन गया है। आजकल घोटालेबाज नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने के प्रयास कर रहे हैं। 

एक आसान तरीका यह है कि वे किसी सरकारी विभाग के नाम पर नकली वेबसाइट बनाते हैं और आवेदन शुल्क के रूप में लोगों से पैसे ऐंठते हैं। कुछ समय बाद, वेबसाइट पर एक अधिसूचना लगा दी जाती है कि आपका नाम चयन प्रक्रिया में नहीं आया। इससे लोग पैसे देकर भी खाली हाथ रह जाते हैं।

सरकार समय-समय पर ऐसी फर्जी वेबसाइटों को लेकर चेतावनियाँ जारी करती रहती है, लेकिन इन वेबसाइटों को समय पर ब्लॉक नहीं किया जाता, जिसके कारण यह घोटाले जारी रहते हैं। लोगों तक सरकार की सूचना सही तरीके से नहीं पहुँच पाती, और वे धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।

हाल ही में वन विभाग के नाम पर एक नया घोटाला सामने आया है। इसमें फर्जी पत्र के माध्यम से दावा किया गया है कि केंद्र सरकार के वन विभाग में प्रतिनिधियों की भर्ती हो रही है। इस पद के लिए 31,385 रुपये का वेतन देने की बात कही गई है, लेकिन पहले 550 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में मांगे जाते हैं। 

हालाँकि, पीएनबी की फैक्ट-चेक टीम ने इसे फर्जी करार दिया है और स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भर्ती नहीं हो रही है। अगर आपको इस तरह का कोई संदेश या प्रस्ताव मिलता है, तो सतर्क रहें और पैसे का भुगतान न करें।

ऐसे घोटालों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव

वेबसाइट की विश्वसनीयता की जाँच करें

वैध व्यवसाय अपनी ऑनलाइन उपस्थिति पर ध्यान देते हैं। अगर वेबसाइट के URL में टाइपो (गलत वर्तनी) या अजीब अक्षर हैं, तो यह एक खतरे का संकेत हो सकता है।

असामान्य डोमेन नामों से सावधान रहें

“.com” या “.org” जैसे सामान्य डोमेन के बजाय, “.xyz” या “.cn” जैसे अजीबोगरीब डोमेन नाम घोटाले का संकेत हो सकते हैं।

मिलते-जुलते URL से बचें 

स्कैमर्स अक्सर ऐसी वेबसाइटें बनाते हैं जिनके URL वास्तविक वेबसाइटों से मिलते-जुलते हैं, जैसे कि किसी बड़े ब्रांड के नाम में मामूली गलत वर्तनी या अतिरिक्त शब्द जोड़ना।

HTTPS पर ध्यान दें 

वैध और सुरक्षित वेबसाइटें हमेशा HTTPS प्रोटोकॉल का उपयोग करती हैं, जिसे आप ब्राउज़र के एड्रेस बार में पैडलॉक आइकन के रूप में देख सकते हैं। अगर वेबसाइट में यह सुरक्षा संकेतक नहीं है, तो यह आपकी जानकारी को सुरक्षित नहीं रखेगी।

सुरक्षा प्रमाणपत्र की जाँच करें पैडलॉक पर क्लिक करके वेबसाइट के सुरक्षा प्रमाणपत्र की जाँच करें। यदि यह किसी विश्वसनीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं किया गया है, तो इस वेबसाइट से दूरी बनाकर रखें।

अविश्वसनीय रूप से कम कीमतों से सावधान रहें

स्कैमर्स अक्सर लोगों को आकर्षित करने के लिए अवास्तविक रूप से कम कीमतों के प्रस्ताव देते हैं, खासकर उन चीजों पर जिनकी मांग ज्यादा है।

भुगतान विधियों पर ध्यान दें

वैध व्यवसाय कई भुगतान विकल्प प्रदान करते हैं। अगर कोई वेबसाइट केवल वायर ट्रांसफर जैसी असामान्य या संदिग्ध भुगतान विधियों पर जोर दे रही है, तो सावधानी बरतें।

सामग्री की गुणवत्ता जाँचें: वैध वेबसाइटें आमतौर पर पेशेवर सामग्री प्रस्तुत करती हैं। अगर वेबसाइट पर व्याकरण संबंधी त्रुटियाँ, टाइपो, या असामान्य वाक्य संरचना हैं, तो यह एक घोटाले का संकेत हो सकता है।

वेबसाइट डिज़ाइन और छवियाँ

वैध वेबसाइटों में साफ-सुथरी और पेशेवर दिखने वाली छवियाँ और लेआउट होते हैं। घोटाले वाली वेबसाइटें अक्सर धुंधली या चोरी की गई तस्वीरों का उपयोग करती हैं और उनकी डिज़ाइन गुणवत्ता भी खराब होती है।

समीक्षाएँ पढ़ें 

किसी भी वेबसाइट से खरीदारी या संपर्क करने से पहले उसकी समीक्षाएँ अवश्य पढ़ें। अगर वेबसाइट की कोई ऑनलाइन उपस्थिति नहीं है या उसके बारे में नकारात्मक समीक्षाएँ हैं, तो सतर्क रहें।

संपर्क जानकारी की जाँच करें

एक वैध व्यवसाय अपनी वेबसाइट पर फोन नंबर या भौतिक पता जैसी स्पष्ट संपर्क जानकारी प्रदान करेगा। ऐसी वेबसाइटों से बचें जिनमें यह जानकारी उपलब्ध नहीं है।

ध्यान रखें, इंटरनेट पर सावधानी ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। किसी भी अनजान वेबसाइट से लेन-देन करने से पहले उसकी गहन जाँच करें ताकि आप धोखाधड़ी से बच सकें।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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