सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
बांग्लादेश में हाल ही में हुए तख्तापलट के बाद हिंदू समुदाय को लगातार हमलों का सामना करना पड़ रहा है। एक ताजा घटना में, बांग्लादेश के एक थाने में हिंसक भीड़ ने उत्सव मंडल नाम के युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस दौरान केवल तमाशा देखा और कोई कार्रवाई नहीं की। इस हत्या के बाद, उत्सव के हत्यारे जश्न मना रहे हैं और मस्जिदों के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई है।
मोहम्मद एहसानुल हक नाम के एक व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर उत्सव की तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें उसने उत्सव की हत्या पर गर्व महसूस करने की बात की है। इस पोस्ट में लिखा है कि यह खून “हलाल” था, और हत्यारों ने दावा किया है कि उत्सव ने उनके पैगंबर का अपमान किया था। यह घटना खुलना जिले के सोनाडांगा थाने की है।
पुलिस का कहना है कि उत्सव अभी जीवित है, लेकिन मस्जिदों के बाहर उसकी मौत की घोषणा की जा रही है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि उत्सव लहूलुहान अवस्था में पड़ा हुआ है और उसे घसीटा जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने कहा कि उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है, लेकिन स्थिति की गंभीरता के कारण उसे जीवित घोषित किया गया है।
समाचारों के अनुसार, कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदू देवी-देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिसके बाद उत्सव ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में कुछ लिखा। इससे नाराज होकर मुसलमानों ने उसकी हत्या कर दी। वीडियो और रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने युवक को कट्टरपंथी भीड़ के हवाले कर दिया, जिसने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
বাংলাদেশে হত্যাকাণ্ড: পুলিশের নীরবতায় হিন্দু যুবকের পিটিয়ে হত্যা
সার্বেশ দ্বিবেদীর রিপোর্ট
বাংলাদেশে সাম্প্রতিক ঘটনার পর থেকে হিন্দু সম্প্রদায়কে লাগাতার আক্রমণের সম্মুখীন হতে হচ্ছে। একটি নতুন ঘটনায়, বাংলাদেশের এক থানায় হিংস্র জনতা উৎসব মণ্ডল নামে এক যুবককে পিটিয়ে হত্যা করেছে। এই সময় পুলিশ শুধুই দেখেছে এবং কোনো ব্যবস্থা গ্রহণ করেনি। হত্যার পর উৎসবের খুনিরা উদযাপন করছে এবং মসজিদগুলোর বাইরে বিশাল জনসমাগম হয়েছে।
মোহাম্মদ এহসানুল হক নামে একজন ব্যক্তি হোয়াটসঅ্যাপে উৎসবের ছবি শেয়ার করেছে, যেখানে সে উৎসবের হত্যার ব্যাপারে গর্ব প্রকাশ করেছে। পোস্টে লেখা হয়েছে যে এই রক্ত “হালাল” ছিল, এবং হত্যাকারীরা দাবি করেছে যে উৎসব তাদের নবীর অবমাননা করেছে। এই ঘটনা খুলনা জেলার সোনাডাঙ্গা থানার।
পুলিশের দাবি, উৎসব এখনো জীবিত, কিন্তু মসজিদগুলোর বাইরে তার মৃত্যুর ঘোষণা করা হচ্ছে। ভাইরাল ভিডিওগুলোতে দেখা যাচ্ছে যে উৎসব রক্তাক্ত অবস্থায় পড়ে আছে এবং তাকে টেনে নিয়ে যাওয়া হচ্ছে। যদিও পুলিশ বলেছে যে তাকে চিকিৎসার জন্য হাসপাতালে পাঠানো হয়েছে, পরিস্থিতির গম্ভীরতা অনুযায়ী তাকে জীবিত হিসেবে ঘোষণা করা হয়েছে।
খবরে বলা হয়েছে, কিছু মুসলিম সম্প্রদায়ের মানুষ হিন্দু দেবদেবীদের সম্পর্কে আপত্তিকর মন্তব্য করেছিল, যার পর উৎসব নবী মোহাম্মদ সম্পর্কে কিছু লিখেছিল। এতে মুসলমানরা ক্ষুব্ধ হয়ে তার হত্যা করেছে। ভিডিও ও রিপোর্ট অনুযায়ী, পুলিশ যুবককে মৌলবাদী জনতার কাছে সঁপে দিয়েছে, যারা তার নির্মমভাবে হত্যা করেছে।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."