अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
मंगलवार को लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखे वार पलटवार देखने को मिले। जहां समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी और पीएम मोदी की सरकार पर कई मुद्दों को लेकर तीखे हमले किए।
इस बीच कई बार उनका शायराना अंदाज भी दिखाई दिया। वहीं सदन के नेता पीएम मोदी ने भी इसका करारा जवाब दिया।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव रखते हुए पीएम मोदी सबसे ज़्यादा राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर ही हमलावर दिखाई दिए।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का नाम लेते हुए कहा तुलसीदास की चौपाई पढ़ते हुए निशाना साधा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘झूठइ लेना.. झूठइ देना। झूठइ भोजन.. झूठ चबेना। यानी कुछ लोग सिर्फ झूठ ही लेते हैं और झूठ ही देते है। यही नहीं वे झूठ का भोजन और उनका चबेना भी झूठा ही होता है।
अखिलेश यादव को दिया शायराना जवाब
इससे पहले जब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सदन में अपनी बात रखते हुए शायरी के जरिए ही मोदी सरकार पर तंज कसा था।
अखिलेश यादव ने एनडीए की गठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं..नीचे कोई आधार नहीं…अधर में जो है अटकी हुई..वो तो कोई ये सरकार नहीं।’
सपा अध्यक्ष ने सिर्फ गठबंधन की सरकार को लेकर ही बीजेपी पर निशाना नहीं साधा बल्कि उन्होंने अपने भाषण में अग्निवीर से लेकर ओपीएस, पेपर लीक, ईवीएम, जातीय जनगणना जैसे मुद्दों पर भी अपनी बात रखी।
इस दौरान उन्होंने अयोध्या को लेकर बीजेपी की दुखती नस को दबा दिया। अखिलेश यादव ने कहा ‘होईहि वही जो राम रचि राखा..’। उन्होंने कहा कि हम उनका पैगाम लेकर आए हैं, जो सबका कल्याण करते हैं। जो कभी किसी को लाने का दावा किया करते थे आज वो ख़ुद किसी के सहारे के लाचार हो गए हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."