कंगना रणौत की “एमरजेंसी” पर विवाद, सिख संगठनों ने स्क्रीनिंग रोकने के लिए किए बड़े प्रदर्शन

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 राकेश सूद की रिपोर्ट

बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रणौत की फिल्म ‘एमरजेंसी’ को शुक्रवार को देशभर में रिलीज किया गया, लेकिन पंजाब में इस फिल्म का भारी विरोध हुआ। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने फिल्म की रिलीज को पंजाब में रोकने के लिए सख्त कदम उठाया। फिल्म के खिलाफ पंजाब के विभिन्न शहरों में सिख संगठनों ने प्रदर्शन किए और थिएटर्स के बाहर काले झंडे लेकर विरोध दर्ज कराया।

एसजीपीसी का आरोप: ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है और कहा कि फिल्म में सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक पत्र लिखकर फिल्म ‘एमरजेंसी’ को राज्य में बैन करने की मांग की थी। उनका कहना था कि फिल्म में 1975 के आपातकाल के दौरान सिखों और उनके संघर्ष को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जो कि इतिहास से मेल नहीं खाता और सिखों की गलत छवि बनाता है।

धामी का यह भी आरोप था कि फिल्म में सिखों के बलिदान और योगदान को नजरअंदाज किया गया है और उन्हें नकारात्मक रूप में दिखाया गया है। उन्होंने पंजाब सरकार से अनुरोध किया कि सिख समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई जाए।

कंगना का जवाब: कला का उत्पीड़न

वहीं, इस विरोध के बीच कंगना रणौत ने अपनी प्रतिक्रिया दी और ट्वीट कर कहा कि यह पूरी तरह से कला और कलाकार का उत्पीड़न है।

उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनके खिलाफ एक साजिश है, जिसका उद्देश्य उनकी छवि को नुकसान पहुंचाना है। कंगना ने ट्वीट में लिखा, “मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं, और मुझे यह देखकर दुख हो रहा है कि फिल्म का विरोध किया जा रहा है। पंजाब के कई शहरों से रिपोर्ट आ रही है कि लोग फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं होने दे रहे हैं। यह पूरी तरह से मेरे खिलाफ प्रोपेगैंडा है और मेरी फिल्म ‘एमरजेंसी’ को नुकसान पहुंचाने का एक तरीका है।”

प्रदर्शन: पीवीआर थिएटर्स पर असर

पंजाब के शहरों जैसे अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, होशियारपुर और मोहाली में सिख संगठनों ने फिल्म के खिलाफ काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया और फिल्म के प्रदर्शन को रोकने का प्रयास किया। पीवीआर ग्रुप के 70 से 80 थिएटरों पर इस फिल्म को दिखाए जाने का प्लान था, लेकिन विरोध के चलते इन थिएटर्स में फिल्म नहीं दिखाई गई।

निष्कर्ष: फिल्म पर विवाद और राजनीतिक दृष्टिकोण

कंगना रणौत की फिल्म ‘एमरजेंसी’ पर पंजाब में चल रहे विरोध ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जो कि सिर्फ फिल्म की सामग्री तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें राजनीति और धार्मिक भावनाएं भी जुड़ी हुई हैं। फिल्म में दिखाए गए ऐतिहासिक तथ्यों पर सवाल उठाने वाले सिख संगठनों और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की मांग है कि फिल्म की रिलीज पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए, जबकि कंगना का कहना है कि यह विरोध उनके और उनकी फिल्म के खिलाफ जानबूझकर किया जा रहा है।

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

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