लखनऊ

जुदा हुई अखिलेश और पल्लवी की राहें ; कमेरावादी के साथ सपा ने तोड़ा नाता

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आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि समाजवादी पार्टी और पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) के बीच अब कोई गठबंधन नहीं है। 2022 के चुनाव तक ही गठबंधन था, 2024 में कोई नहीं गठबंधन नहीं है।  इससे पहले भी सपा के कई साथी उन्हें छोड़ चुके हैं। 

गौरतलब है कि महागठबंधन के साथी एक-एक कर अखिलेश यादव को छोड़ रहे हैं या फिर खुद अखिलेश उनसे रिश्ता खत्म कर रहे हैं। सबसे पहले ओमप्रकाश राजभर ने 2022 चुनाव के तुरंत बाद समाजवादी पार्टी से दूरी बना ली थी और बाद में अपना गठबंधन तोड़ लिया। 

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कुछ हफ्ते पहले आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने भी सपा से अपना गठबंधन खत्म कर भाजपा के साथ हो लिए, और आज पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल (कमेरावादी) से गठबंधन खत्म होने का ऐलान खुद अखिलेश यादव ने कर दिया। 

दरअसल, बिना सीटों के बटवारे ही पल्लवी पटेल ने यूपी में  3 सीटों फूलपुर, मिर्जापुर और कौशांबी से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थीं। वहीं, पार्टी अध्यक्ष कृष्णा पटेल का कहना था कि वह लंबे समय से गठबंधन के साथ है और उसी के तहत उन्होंने 3 तीन सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारने का निर्णय लिया है। 

राज्यसभा चुनाव के दौरान हुई थी अनबन

बता दें कि राज्यसभा चुनाव के दौरान पल्लवी पटेल और अखिलेश यादव के बीच खटपट की खबर सामने आई थी। टिकट वितरण से नाराज़ होकर पल्लवी ने सपा के सिर्फ एक प्रत्याशी को पीडीए के नाम पर वोट किया था।

बता दें कि क्या पार्टी क्या नेता एक-एक कर सभी अखिलेश यादव से दूर हो चुके हैं। 2022 के चुनाव के पहले जिन ओबीसी नेताओं ने अखिलेश यादव के लिए 2022 का माहौल बनाया था वह सब अखिलेश से अलग हो चुके हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह सहित कई नेता अखिलेश का दामन छोड़ चुके हैं। सहयोगी पार्टियां ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा, जयंत की आरएलडी और पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरवादी) भी अलग हो चुकी है। 

दरअसल, पल्लवी पटेल ने जया बच्चन और आलोक रंजन के उम्मीदवार बनाए जाने पर करारा हमला बोला था। उन्होंने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए राजनीति से हटने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को घेरा था। वोटिंग को लेकर अखिलेश और पल्लवी के बीच बहस की भी बात सामने आई थी।

पल्लवी पटेल ने घोषित किया उम्मीदवार तो सपा ने किया पलटवार 

बीते दिनों लोकसभा चुनाव के लिए यूपी की तीन सीटों पर अपना दल (कमेरावादी) ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। अपना दल (कमेरावादी) ने यूपी की मिर्ज़ापुर, फूलपुर और कौशांबी सीट पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। लेकिन इंडी गठबंधन का हिस्सा सपा और कांग्रेस ने अपना दल (कमेरावादी) के इस ऐलान पर कहा कि अभी इस पर कोई बात नहीं हुई है। 

इसी के बाद सपा और अपना दल (कमेरावादी) के संबंध और तनावपूर्ण हो गए। मिर्जापुर लोकसभा सीट पर अपना दल (कमेरावादी) के दावे के कुछ ही घंटों बाद सपा ने भी वहां से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। समाजवादी पार्टी ने राजेंद्र एस बिंद को मिर्जापुर सीट से प्रत्याशी बनाया है। 

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"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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