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November 22, 2024 9:06 pm

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“बाबा ने प्रसाद दिया है.. खा लो, नहीं होगा कोरोना….पत्नी और बेटियों सहित व्यक्ति ने ख़ुद भी खाया और फिर जो हुआ वो आप खुद ही पढ़ लें

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रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां एक ही परिवार के 4 लोगों ने जहर खा लिया। जिससे पिता और एक बेटी की मौत हो गई। वहीं मां और एक अन्य बेटी की हालात गंभीर बनी हुई है। मामले में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जामुल थाना क्षेत्र के लक्ष्मी नगर के रहने वाले 40 साल के हेमलाल वर्मा, उनकी 38 साल की पत्नी जान्हवी वर्मा , 14 साल की प्रिया वर्मा और 11 साल की मुस्कान वर्मा ने जहर निगल लिया। जिससे हेमलाल और प्रिया की मौत हो गई, जबकि जान्हवी और मुस्कान की हालत गंभीर है।

उन्होंने आगे बताया कि जानकारी मिली है कि नगर निगम भिलाई में ठेका श्रमिक हेमलाल ने सोमवार रात लगभग 10 बजे पत्नी और दोनों बेटियों को जुकाम की दवा बताकर जहर दे दिया और खुद निगल लिया। रिपोर्ट के अनुसार, हेमलाल ने पत्नी से कहा कि उसे किसी बाबा ने प्रसाद दिया है। इसे खा लो तो भविष्य में कोरोना या कोई अन्य बीमारी कभी नहीं होगी। पत्नी ने इनकार किया तो हेमलाल ने उसे जबरदस्ती प्रसाद खिला दिया। इसके बाद दोनों बेटियों को भी प्रसाद खिलाया और खुद भी खा लिया।

इसके थोड़ी देर बाद सभी को उल्टियां होने लगीं। 7 साल की सबसे छोटी बेटी रितिका इसलिए बच गई क्योंकि वह नीचे वाली फ्लोर पर अपने दादा-दादी से पास सो रही थी। तबीयत खराब होने पर हेमलाल की पत्नी सास-ससुर के पास पहुंची। इसके बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने हेमलाल को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद बड़ी बेटी प्रिया की भी मौत हो गई।

सुसाइड के कारणों का नहीं चल सका है पता

मामले में पुलिस अधिकारियों ने कहा मामला आत्महत्या का लग रहा है। हेमलाल ने खुद जहर खाया और परिवार को खिला दिया। फिलहाल सुसाइड के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है। मामले की जांच की जा रही है।

नोट: आत्महत्या किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। अगर आपके या किसी परिचित के मन में खुदकुशी का ख्याल आता है तो यह बेहद गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है। ऐसी स्थिति में आप भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें। इसके अलावा आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं। यहां आपकी पहचान और हर जानकारी गोपनीय रखी जाती है। विशेषज्ञों की देखरेख में आपको उचित समाधान दिया जाता है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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