रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबलानही तो(Chhattisgarh Results Latest Update) है। हर कोई ये जानना चाहता है कि अगली सरकार किसकी बनेगी। इस बीच लोगों की नजर वीआईपी कैंडिडेट्स पर भी है। शुरुआती रुझानों में सीएम भूपेश बघेल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव, पूर्व सीएम रमन सिंह अपनी-अपनी सीट पर आगे चल रहे हैं।आइये जानते हैं छत्तीसगढ़ के वीआईपी कैंडिडेट्स का क्या है हाल।
छत्तीसगढ़ की वीआईपी सीट पर सबसे पहले बात सीएम भूपेश बघेल के विधानसभा क्षेत्र की, जहां उनके भतीजे विजय बघेल चुनाव मैदान में हैं। ये सीट है दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा। भूपेश बघेल इसी सीट से दावेदारी करते रहे हैं। एक बार फिर कांग्रेस ने उन्हें इसी सीट पर उतारा। हालांकि, बीजेपी ने भी बड़ा दांव चलते हुए पार्टी के सांसद विजय बघेल को यहां से टिकट दे दिया। आज फैसला का दिन है देखते हैं चाचा या भतीजा, कौन किस पर भारी पड़ता है।पेश बघेल के दूर के भतीजे हैं।
टीएस सिंहदेव Vs राजेश अग्रवाल
बात करें छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंह देव की तो वो एक बार फिर अंबिकापुर सीट से दावेदारी कर रहे हैं। ये विधानसभा सरगुजा जिले में आती है, जहां पिछले चुनाव में टीएस सिंह देव ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने इस बार भी अपने दिग्गज नेता को मैदान में उतारा, वहीं बीजेपी ने राजेश अग्रवाल पर भरोसा जताया है।
रमन सिंह Vs गिरीश देवांगन
छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह एक बार फिर राजनांदगांव विधानसभा से दावेदारी कर रहे हैं। साल 2008 से 2018 तक लगातार रमन सिंह इस सीट से चुनाव लड़े और जीते भी हैं। इस चुनाव में भी दिग्गज बीजेपी नेता की जीत तय मानी जा रही। हालांकि, कांग्रेस ने इस बार उनके मुकाबले में नए चेहरे और पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरीश देवांगन को टिकट दिया है।
दीपक बैज Vs विनायक गोयल
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज की सीट चित्रकोट भी इस बार चर्चा में है। हर कोई ये जानने को बेताब है कि दिग्गज कांग्रेसी का प्रदर्शन इस चुनाव में कैसा रहने वाला है। दीपक बैज साल 2018 में भी इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में वो बस्तर से सांसद का भी चुनाव जीते थे। वहीं बीजेपी दीपक बैज के सामने विनायक गोयल को चुनाव मैदान में उतारा। अब देखना है कि बीजेपी-कांग्रेस में कौन इस बार चित्रकोट से जीत दर्ज करता है।
मोहन मरकाम Vs लता उसेंडी
छत्तीसगढ़ चुनाव में सब की निगाहें दिग्गज कांग्रेस नेता मोहन मरकाम के प्रदर्शन पर भी है। वो कोंडागांव विधानसभा सीट पर दावेदारी कर रहे, जहां उनका मुकाबला बीजेपी नेता लता उसेंडी से हैं। मोहन मरकाम अभी कोंडागांव सीट से विधायक हैं, कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया। वहीं लता उसेंडी भी पिछले चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार थीं, जब कांग्रेस नेता ने उन्हें 1796 वोटों से हराया था।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष और सक्ती सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चरणदास महंत क्या फिर जीत दर्ज करेंगे, हर किसी के मन में ये सवाल है। उनका मुकाबला बीजेपी के खिलावन साहू से है। महंत अब तक तीन बार लोकसभा के सांसद और चार बार विधायक रहे हैं। विधायक के तौर पर उनका यह पांचवा चुनाव है और छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद ये दूसरा विधानसभा चुनाव है। क्या सक्ती सीट पर बदलेगा इतिहास, क्योंकि यहां चार चुनावों में हर बार वहां की जनता ने अपना फैसला बदला है। मौजूदा विधायक को शिकस्त का सामना करना पड़ा है।
कवासी लखमा Vs सोयम मुका
छत्तीसगढ़ चुनाव के VIP कैंडिडेट्स में दिग्गज कांग्रेस नेता कवासी लखमा का भी नाम है। वो कोंटा असेंबली सीट से उम्मीदवार हैं, जहां उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार सोयम मुका से हैं। कोंटा विधानसभा सूबे के बॉर्डर पर स्थित है। यह विधानसभा ओडिशा और तेलंगाना की सीमा से जुड़ी हुई है और नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। कवासी लखमा की इस सीट पर 24 सालों से कांग्रेस का ही कब्जा है। छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री कवासी लखमा क्या फिर यहां जीत दर्ज करेंगे देखना दिलचस्प होगा।
मोहम्मद अकबर Vs विजय शर्मा
छत्तीसगढ़ के हाई प्रोफाइल कैंडिडेट्स की बात करें तो मंत्री मोहम्मद अकबर का भी नाम सुर्खियों में है। वो कवर्धा विधानसभा सीट से दावेदारी कर रहे हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने ही यहां से जीत दर्ज की। इस बार मोहम्मद अकबर का मुकाबला बीजेपी के विजय शर्मा से है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."