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November 22, 2024 3:30 pm

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मनरेगा योजना में ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से बिना कार्य के निकाला गया पैसा

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संजय सिंह राणा की रिपोर्ट 

चित्रकूट। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत जहां सरकार ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का काम कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से बिना कार्य कराए ही फर्जी तरीके से मस्टर रोल भरकर मनरेगा योजना से भुगतान कर लिया जाता है वहीं अन्य ग्राम निधि चौदहवें/पंद्रहवें वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग की धनराशि को फर्जीवाड़ा करते हुए गबन करने का काम किया जाता है l

ऐसा ही एक मामला सामने आया है रामनगर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत सोहेल का l

रामनगर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सुहेल में ग्राम प्रधान अरविंद कुमार, पूर्व में तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी सनत कुमार व तकनीकी सहायक रजनीकांत ओझा की मिलीभगत से मेडबंदी व समतली करण के नाम पर बिना कार्य कराए ही फर्जी तरीके से मस्टर रोल भरकर मनरेगा योजना का भुगतान कर लिया गया है l

ग्राम पंचायत सुहेल निवासी बीरेंद्र पुत्र कृष्णऔेतार के खेत में मेडबंदी व समतली करण के लिए ग्राम प्रधान अरविंद कुमार ने तकनीकी सहायक से मिलकर प्राक्कलन तैयार करवाया फिर सचिव के माध्यम से दिनांक 30 जून 2021 को विकास खण्ड स्तर पर स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया गया जिसमें यह पाया गया था कि बीरेंद्र पुत्र कृष्ण औेतार के खेत में किसी भी प्रकार की मेडबंदी व समतली करण की आवश्यकता नहीं है इसीलिए इस कार्य को स्वीकृति प्रदान नहीं की गई l

जिसको लेकर ग्राम प्रधान अरविंद कुमार ग्राम विकास अधिकारी सनत कुमार व तकनीकी सहायक रजनीकांत ओझा ने सरकारी धन का गबन करने के लिए पुनः दूसरी आई बनाई व उसी आई डी के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान कर लिया गया है यह आई डी लगभग दो माह बाद बीरेंद्र नारायण पुत्र कृष्ण औेतार के नाम से बनाई गई व यह सोचकर कार्य स्वीकृति के लिए गए कि काफी समय हो गया हो गया है व खण्ड विकास अधिकारी भूल गए होंगे व ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक अपने मंसूबे में कामयाब हो गए व खण्ड विकास अधिकारी को गुमराह करते हुए व धोखाधड़ी करके कार्य की स्वीकृति ले ली लेकिन दो बार आई डी बनवाने के बाद बिना कार्य कराए ही लाखों रुपए का भुगतान कर लिया गया है l

बीरेंद्र नारायण पुत्र कृष्ण औेतार के खेत में मेडबंदी व समतली करण के नाम पर फर्जी तरीके से किए गए भुगतान को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है जिसमें ग्राम प्रधान सचिव व तकनीकी सहायक तक की मिलीभगत शामिल है जिसके कारण बिना कार्य कराए ही फर्जी भुगतान कर लिया गया है l

वहीं दूसरी ओर बीरेंद्र नारायण के भाई सुरेश नारायण के खेत में भी मेडबंदी व समतली करण का पैसा बिना कार्य के निकाला गया है जिसमें एक भी कार्य नहीं कराया गया है लेकिन फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान कर सरकारी धन का गबन करने का काम किया गया है l

वहीं ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में हुई धांधली की शिकायत ग्रामीणों द्वारा उच्चाधिकारियों से की गई है ग्रामीणों ने शासन प्रशासन को लिखे गए शपथ पत्र में बताया कि ग्राम पंचायत सुहेल में ग्राम प्रधान व सचिव की मिलीभगत से विकास कार्यों के नाम पर ख़ूब फर्जीवाड़ा करते हुए भुगतान किए गए हैं जबकि मौके पर कार्य नहीं कराए गए हैं l रामनगर ब्लॉक के सबसे चर्चित गांव सुहेल में विकास कार्यों के नाम पर ख़ूब धांधली की गई है मनरेगा गांव होने के चलते इस ग्राम पंचायत में करोड़ों रुपए का बजट स्वीकृत हुआ था जिसमें ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक व अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी व कार्यक्रम अधिकारी की मिलीभगत से बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए सरकारी धन का बंदरबाट किया गया है l

ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना से कराए गए इंटरलॉकिंग खडंजा निर्माण कार्य, पुलिया निर्माण कार्य, मेडबंदी व समतली करण व डब्ल्यू बी एम रोड़ निर्माण कार्य में ख़ूब धांधली देखने को मिली है वहीं विद्यालयों के मरम्मती करण, हैंडपंप मरम्मत सामग्री व हैंडपंप मरम्मती करण के नाम पर फर्जी कार्य दिखाकर सरकारी धन को लूटने का काम किया गया है l

अब देखना यह है कि जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मामले को संज्ञान में लेते हुए ग्राम पंचायत सोहेल में ग्राम प्रधान अरविंद कुमार, पूर्व में तैनात रहे ग्राम विकास अधिकारी सनत कुमार व तकनीकी सहायक रजनीकांत ओझा द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए मनरेगा योजना व अन्य ग्राम निधि में किए गए सरकारी धन के गबन की (टी.ए.सी.) जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने का काम करेगा यह एक बड़ा सवाल है l

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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