संजय वर्मा की रिपोर्ट
जालौन जिले में एक दर्दनाक ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। इसमें दो सगे भाइयों ने अपनी बहन की हत्या केवल इसलिए कर दी क्योंकि उन्हें उसके चरित्र पर संदेह था। हत्या में मृतका के पति ने भी उनका साथ दिया। इस अमानवीय घटना का खुलासा पुलिस ने किया है, जिसमें दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महिला का पति अभी फरार है।
शव मिलने से हुआ मामले का खुलासा
जालौन जिले के अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा ने जानकारी दी कि 13 दिसंबर को जालौन कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत खजुरी नहर के पास झाड़ियों में एक महिला का शव मिला था। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे साफ हुआ कि महिला की बेरहमी से हत्या की गई थी। पुलिस जांच के दौरान मृतका की पहचान ज्योति पत्नी अमित, निवासी नारो भास्कर, के रूप में हुई। शव मिलने की सूचना खजुरी गांव के प्रधान ने पुलिस को दी थी।
पुलिस जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी
शव बरामद होने के बाद पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए जालौन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र पटेल, एसओजी और सर्विलांस टीम को इस हत्याकांड के खुलासे में लगाया गया। कई दिनों की छानबीन के बाद पुलिस ने ज्योति के भाइयों राम प्रकाश और जितेंद्र उर्फ जीतू बेलदार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया बांका (धारदार हथियार), मृतका का मोबाइल और घटना में प्रयुक्त एक ऑटो (UP 92 HT 952) भी बरामद किया।
हत्या की योजना और वारदात का विवरण
जांच में पता चला कि ज्योति के भाइयों को उसके चरित्र पर शक था। उन्हें ज्योति के किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध और उसके घर से भागने की बात नागवार गुजरी। इस तथाकथित “इज्जत” की रक्षा के लिए उन्होंने अपनी बहन को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई।
7-8 दिसंबर की रात को ज्योति का भाई राम प्रकाश, जितेंद्र और पति अमित ने उसे ऑटो में बिठाया और सुनसान इलाके की ओर ले गए। रास्ते में बांका से हमला कर उसकी निर्मम हत्या कर दी और फिर शव को खजुरी नहर में फेंक दिया।
आरोपी भाइयों की आपराधिक पृष्ठभूमि
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि राम प्रकाश के खिलाफ पहले से ही 11 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद उसने अपनी बहन की हत्या करने का दुस्साहस किया। फिलहाल दोनों गिरफ्तार भाइयों को जेल भेज दिया गया है, जबकि अमित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
समाज के लिए एक गंभीर संदेश
यह घटना न केवल कानून और व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह सामाजिक सोच पर भी गंभीर चोट करती है। ऑनर किलिंग के नाम पर अपने ही परिजनों की हत्या एक भयावह मानसिकता को दर्शाती है। महिलाओं के चरित्र को लेकर समाज में जो संकीर्ण धारणाएं हैं, वे ऐसी घटनाओं को जन्म देती हैं। इस मामले ने फिर से साबित कर दिया कि परिवार की तथाकथित “इज्जत” के नाम पर महिलाएं सबसे ज्यादा हिंसा और अन्याय की शिकार होती हैं।