मौत को दावत देती, लटक रही हाईटेंशन बिजली की तारें, पावर हाउस कर्मियों को ध्यान नही, जनता हो गई है तंग

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संजय वर्मा की रिपोर्ट

जालौन जिले की ग्राम पंचायत आटा में स्थित पावर हाउस की बदहाल विद्युत व्यवस्था ने ग्रामीणों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। पावर हाउस की लापरवाही के चलते क्षेत्र में कभी भी बड़ी दुर्घटना होने का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय प्रशासन और पावर हाउस के अधिकारी इस गंभीर स्थिति को लेकर बेपरवाह नजर आ रहे हैं।

खतरनाक रूप से नीचे झूल रही हाई-टेंशन लाइन

ग्राम पंचायत आटा के थाने के पास बीजापुर रोड से प्रेम नारायण तिवारी के खेतों के ऊपर से 11,000 वोल्ट की हाई-टेंशन लाइन गुजर रही है। यह लाइन इतनी नीचे है कि कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से हाथ से छू सकता है। इससे इंसानों और जानवरों के लिए हर समय दुर्घटना का खतरा बना हुआ है।

ग्रामीणों का आरोप: अधिकारियों ने नहीं की कोई कार्रवाई

स्थानीय ग्रामीणों, जिनमें बबलू तिवारी, कृपाल पांचाल, संजय वर्मा, प्रेम नाथ तिवारी, कुलदीप कुशवाहा, आसाराम सेठ, कृष्णकांत और मुकेश अहिरवार शामिल हैं, ने कई बार लिखित शिकायतें दीं। बावजूद इसके, आटा पावर हाउस के सहायक उपखंड अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल भी इसी लापरवाही के चलते गेहूं की खड़ी फसल आग की भेंट चढ़ गई थी। इसके बावजूद पीड़ित परिवारों को सरकारी मदद से वंचित रखा गया। इस लापरवाही के खिलाफ शासन और प्रशासन ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है।

पशुओं की मौतें और भविष्य की आशंका

हाई-टेंशन लाइन के कारण कई बार जानवरों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों को आशंका है कि इस स्थिति के चलते भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उनका कहना है कि यह समस्या केवल बिजली विभाग की लापरवाही और अधिकारियों की मनमानी के कारण बनी हुई है।

मुख्यमंत्री से की गुहार

ग्रामवासियों ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को लिखित शिकायत भेजी है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि आटा पावर हाउस की लचर व्यवस्था को तत्काल ठीक किया जाए और खतरनाक रूप से झूल रही विद्युत लाइनों को दुरुस्त किया जाए। उनका कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो भविष्य में कोई भी व्यक्ति या पशु इसका शिकार हो सकता है।

ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि उनकी शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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