चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
जालौन जिले में पुलिस ने नकली नोटों का कारोबार करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसओजी, सर्विलांस और कुठौंद थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके कब्जे से ₹55,350 मूल्य के नकली नोट और एक रंगीन प्रिंटिंग मशीन बरामद की है, जिसका इस्तेमाल नकली नोट छापने में किया जाता था।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
पहली गिरफ्तारी – कुठौंद, जालौन
सोमवार की सुबह औरैया सीमा पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने कालपी इटहा गांव निवासी राहुल निषाद को पकड़ा। उसके पास से ₹4,000 मूल्य के नकली नोट मिले, जो ₹200 और ₹100 के थे।
पुलिस पूछताछ में राहुल निषाद ने गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी दी, जिसके आधार पर पुलिस ने आगे की कार्रवाई की।
दूसरी गिरफ्तारी – औरैया
राहुल निषाद की सूचना पर पुलिस ने सोमवार रात औरैया नगर के गोविंद नगर में छापेमारी कर मोहित निषाद को गिरफ्तार किया। वह मूल रूप से इटावा जनपद के पथर्रा, थाना भरेह का रहने वाला है।
तीसरी गिरफ्तारी – मथुरा, मुख्य आरोपी पकड़ा गया
गिरोह के मुख्य सरगना की तलाश में पुलिस ने मंगलवार को मथुरा में छापेमारी की। यहां से हरवीर, पुरुषोत्तम सिंह, योगेश कुमार, कृष्णा चौधरी और सचिन कुमार को गिरफ्तार किया गया।
कैसे चल रहा था नकली नोटों का कारोबार?
मुख्य आरोपी सचिन कुमार वर्ष 2019 से यूट्यूब पर नकली नोट बनाने की विधि सीख रहा था। आठ महीने पहले उसने मथुरा में एक रंगीन प्रिंटिंग मशीन खरीदकर नकली नोट छापने का धंधा शुरू किया।
यह गिरोह मथुरा में नकली नोट तैयार करता था और फिर इटावा, औरैया और जालौन के बाजारों में इन्हें खपाता था। नकली नोटों को आधी कीमत पर बेचकर असली नोट इकट्ठा किए जाते थे।
छापेमारी में बरामद सामान
₹55,350 मूल्य के नकली नोट (₹200, ₹100 और ₹50 के)
रंगीन प्रिंटिंग मशीन (जिससे नकली नोट छापे जाते थे)
सात मोबाइल फोन (गिरोह के सदस्यों के पास से)
पुलिस का बयान
पुलिस अधीक्षक जालौन, डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि जिले में सबसे पहले कुठौंद पुलिस ने एक आरोपी को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद जांच में अन्य छह आरोपियों का पता चला, जिन्हें औरैया और मथुरा से गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी के पास से प्रिंटिंग मशीन और तैयार नकली नोट भी बरामद हुए हैं।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इस मामले में आगे जांच कर रही है कि नकली नोटों का नेटवर्क कहां तक फैला हुआ था और क्या अन्य लोग भी इस गिरोह से जुड़े हुए हैं। साथ ही, गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
यह पुलिस की एक बड़ी सफलता है, जिससे जालौन, औरैया, इटावा और मथुरा में नकली नोटों के कारोबार को बड़ा झटका लगा है।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की