चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
माता-पिता के लिए बच्चे क्या होते हैं ये शायद बच्चों को खुद माता-पिता बनने के बाद ही समझ आ पाता है। हर मां-बाप अपने बच्चों की खुशी के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। उन्हें पाल पोस कर बड़ा करते हैं, अपनी जिंदगी की पूरी कमाई उनकी खुशियों के लिए लगा देते हैं, लेकिन हैरानी तब होती है जब बच्चे अपने ही माता-पिता के दुश्मन बन जाएं। दुश्मन भी क्या माता-पिता की अपने फायदे के लिए बेरहमी से जान ही ले लें। पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब बेटों ने अपने ही माता-पिता की हत्या कर दी। कलयुगी बेटों की ये कहानियां आपको भी सोचने पर मजबूर कर देंगी कि हम कैसे समाज में जी रहे हैं जहां सबसे करीबी रिश्ते भी इतने कमजोर हो गए हैं।
माता-पिता को मारने वाली ये कैसी कलयुगी औलाद?
अयोध्या में फावड़े से माता-पिता की हत्या
पिता बेड पर सोए हुए थे। बेटा हाथ में फावड़ा लेकर उनके कमरे में पहुंचा। मां बेटे को देख लिया था। वो भी बेटे के पीछे दौड़ी। वो फावड़ा लेकर पिता की तरफ बढ़ रहा था और फिर उसने पिता पर हमला कर दिया। मां ने रोकने की कोशिश की तो मां को भी फावड़े से काट डाला। पलभर में ही इस बेटे ने अपने माता-पिता दोनों की हत्या कर दी। ये घटना अयोध्या की है। हैरिंग्टनगंज इलाके के रहने वाला बालेन्द्र की अपनी पत्नी से शराब पीने के बाद लड़ाई हो रही थी। माता-पिता ने बीच-बचाव किया तो ये बात बेटे को नागवार गुजरी। उस वक्त तो बालेन्द्र वहां से चला गया, लेकिन थोड़ी देर बाद वो वापस घर लौटा और फिर दोनों को फावड़े से काट डाला। पिता की 62 साल थी।
छत्तीसगढ़ में माता-पिता और दादी का कत्ल
इसी साल मई में छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही भयानक मामला आया था। यहां एक लड़के ने अपने माता-पिता और दादी का पैसे और नौकरी के लिए कत्ल कर दिया। उदित के पिता सरकारी शिक्षक थे। उदित खुद कुछ नहीं करता था, जबकि उसका छोटा भाई रायपुर से एमबीबीएस कर रहा था। उदित पैसों को लेकर अक्सर अपने माता-पिता से झगड़ता रहता था। उस दिन भी पिता से झगड़ा हुआ तो रात करीब 2 बजे के आसपास इसने हॉकी स्टिक से पिता पर हमला कर दिया। पास ही मां भी सोई हुई थी हॉकी स्टिक से मां की भी हत्या कर दी। शोर सुनकर दादी अपने कमरे से बाहर आई तो इसने दादी को भी बेरहमी से मार डाला। तीनों की हत्या करने के बाद इसने तीनों लाशों को अपनी कोठी के पीछे सैनेटाइजर की मदद से जला भी डाला। ये अपने माता-पिता के मोबाइल से लोगों को मैसेज करता रहा ताकि किसी को ये शक न हो कि उनकी हत्या हो चुकी है। बाद में इसके छोटे भाई को शक हुआ तो पूरी कहानी सामने आई। ये पिता की सरकारी नौकरी पाना चाहता था और इसलिए इसने कत्ल भी किया और लाशों को जला भी दिया।
अलीगढ़ में कैंची से माता-पिता को मौत के घाट उतारा
पिता के शरीर में 21 बार कैंची से हमला जबकि मां को 18 बार गोंदा। अलीगढ़ के जाकिर नगर इलाके की घटना है जो इसी साल मार्च में हुई। गुलाम उद्दीन नाम के एक शख्स ने अपने पिता और मां को कैंची से वीभत्स तरीके से मौत दी। इस घटना का वीडियो भी सामने आया जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया। गुलाम उद्दीन के दिमाग में कुछ समय से शक का कीड़ा घुस गया था। एक ब्लड टेस्ट के बाद उसके दिमाग में कही से ये बात आ गई थी कि उसकी मां सगी नहीं है बल्कि सौतेली है और इसी बात को लेकर वो अपने माता-पिता का दुश्मन बन गया, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."