दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
दिल्ली का एक फेमस मर्डर केस जिसके तार जुड़े थे मुंबई से। दिल्ली में 40 साल की एक महिला की हत्या हो जाती है। हत्यारे बाइक में आते हैं और महिला को गोली मारकर फरार हो जाते हैं। पुलिस मौके पर पहुंचती है तो महिला की पहचान सुनीता नाम से होती है जो हरियाणा में सोनीपत के एक सरकारी स्कूल की टीचर थी। अब जांच शुरू होती है। आखिर कौन हो सकता है एक सरकारी शिक्षिका का दुश्मन। कातिल फरार थे इसलिए कत्ल के कोई सुराग नहीं मिलते।
एक डायरी से खुला दिल्ली का मर्डर केस
सुनीता का पति मंजित दिल्ली में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था और दोनों के दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं। ये घटना साल 2018 की है। पत्नी की हत्या की के बाद मंजित से सवाल पूछे गए, लेकिन उसने किसी का नाम लेने से इनकार कर दिया। वो सिर्फ रोता रहा। पुलिस क्लूलेस थी। कोई सुराग नहीं मिल रहे थे, लेकिन फिर सुनीता की बेटी ने पुलिस को वो अहम सुराग दिया जिसने पूरे केस को खोलकर रख दिया।
कत्ल से पहले डायरी में लिखे 10 पन्ने
सुनीता की बेटी ने बताया कि मां हमेशा एक डायरी लिखा करती थी। पुलिस ने सुनीता की वो डायरी पढ़नी शुरू की जिसमें लिखा था – वो लड़की बहुत गंदी है, मुझे परेशान कर दिया है, मेरी लाइफ बर्बाद कर दी है, ज़िन्दगी से अब मन भरता जा रहा है. मेरा पति उस लड़की के कारण मुझे तलाक देने की बात कर रहा है आज तो उसने ये तक कह दिया कि तेरा क़त्ल कर दूंगा। समझ नही आ रहा है कि क्या करूं।
डायरी से जुड़े थे फेमस मॉडल के तार
इस डायरी को पढ़ने के बाद सुनीता के पति मंजित के चेहरे से नकाब हट चुका था। ये साफ था कि सुनीता के कत्ल से मंजित का कुछ न कुछ लेना देना तो जरूर है, लेकिन कौन थी वो लड़की जिसका जिक्र डायरी में था। अब पुलिस ने मंजित की हर हरकत पर नजर बनाए रखी। उसकी कॉल डिटेल्स निकाली गई तो पता चला कि मंजित एक फेमस मॉडल से तकरीबन रोज बात करता था।
मुंबई में कई बड़े प्रोजेक्ट में काम कर चुकी थी ये मॉडल
इस मॉडल का नाम था एंजिल गुप्ता। एंजिल गुप्ता मुंबई में कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर चुकी है। वो कई विज्ञापनों में नजर आ चुकी है। शक्ति कपूर के साथ एक गाने में भी एंजिल गुप्ता ने अभिनय किया है। अब साफ था कि मर्डर का प्लॉट प्यार और धोखे पर लिखा गया है। पुलिस मंजित और एंजिल गुप्ता को शक के आधार पर गिरफ्तार किया और पूछताछ शुरू की। दरअसल सुनीता के कत्ल की सुपारी दी गई थी।
10 लाख में दी गई थी टीचर की सुपारी
इस कत्ल में मंजित, एंजिल के अलावा एक और शख्स शामिल था और वो राजीव गुप्ता। राजीव गुप्ता दिल्ली का कारोबारी है। वो दिल्ली के पॉश इलाके में रेस्टोरेंट चलाता है। एंजिल गुप्ता के उसके साथ पारिवारिक रिश्ते थे और वो उसे पिता कहकर बुलाती थी। राजीव गुप्ता ने ही 10 लाख में सुनीता को मरवाने के लिए सुपारी दी थी। मेरठ के सुपारी किलर ने ये काम लिया था। उस दिन सुबह सुनीता अपने स्कूल के लिए निकली। पति मंजित ने उसके घर से निकलने की जानकारी राजीव गुप्ता को दी और राजीव गुप्ता ये जानकारी सुपारी किलर को दी।
दिल्ली का कारोबारी भी था कत्ल में शामिल
बवाना के पास किलर बाइक में सुनीता के आने का इंतजार करने लगे। सुनीता अपनी स्कूटी में थी। इन्होंने सुनीता पर फायरिंग कर दी जिससे वो स्कूटी से गिर गई। आते जाते लोगों को लगा कि शायद ये एक एक्सिडेंट है, लेकिन बाद में ये साफ हुआ कि सुनीता के शरीर में गोलियां लगी हुई है। दरअसल मंजित और एंजिल गुप्ता 6 साल से एक दूसरे को डेट कर रहे थे। सुनीता इस बात विरोध कर रही थी और ये बात दोनों को पसंद नहीं आ रही थी। दोनों ही उसे अपने रास्ते हटाने के मन बना चुके थे और बस इस काम में राजीव ने उनका साथ दिया। सुनीता की डायरी की वजह से ही दिल्ली का ये हत्याकांड सामने आ पाया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."