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November 23, 2024 4:12 am

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माफिया अतीक के चालीसवें पर शाइस्ता पढेगी फातिहा….?

16 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) की मौत हो चुकी है, लेकिन उससे जुड़े काले कारनामों की कहानियां लगातार सामने आ रही है। अतीक से जुड़े नए-नए राज खुलते जा रहे हैं, लेकिन इतने दिन बीत जाने के बावजूद अतीक की बेगम का कोई पता नहीं है। उमेश पाल हत्याकांड में नाम आने के बाद से शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) फरार हो गई थी। जब अतीक और शाइस्ता के बेटे असद का एनकाउंटर हुआ तो हर किसी को उम्मीद थी कि शाइस्ता अपने बेटे को आखिरी बार देखने जरूर आएगी, लेकिन वो नहीं आई। ये माना गया कि शायद अतीक ने ही शाइस्ता को आने से मना किया होगा।

कौन देगा अतीक अहमद के चेहल्लुम का फातिहा

15 अप्रैल के दिन अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई। 16 अप्रैल को अतीक का जनाजा निकला। ये तय था कि अतीक के जनाजे में शामिल होने डॉन की पत्नी की जरूरी शामिल होगी, लेकिन उस दिनभी शाइस्ता ने सरेंडर नहीं किया। सालों तक दोनों साथ रहे लेकिन पत्नी होने के बावजूद शाइस्ता ने अपनी आजादी को चुना, लेकिन अब शाइस्ता के पास आखिरी मौका है। कल अतीक की मौत को चालीस दिन पूरे हो जाएंगे। इस्लाम में मौत के बाद का चालीसवां दिन काफी अहम माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन मरे हुए इंसान की आत्मा अपने परिवार से मिलने आती है। चालीसवें दिन चेहल्लुम का फातिहा दिया जाता है और गरीबों को खाना खिलाया जाता है। ये दिन मरने वाले की शांति के लिए प्रार्थना का दिन होता है और परिवार वाले ही इस रस्म को पूरा करते हैं।

अतीक अहमद के चालीसवें पर आएगी शाइस्ता?

अब सवाल ये है कि अतीक अहमद के चालीसवें को कौन पूरा करेगा। ये माना जा रहा है कि शायद शाइस्ता अपने पति से जुड़ी इस आखिरी रस्म को मनाने के लिए सरेंडर कर दे।हालांकि शाइस्ता को लेकर कई तरह की खबरें सामने आ रही हैं। एक थ्योरी के मुताबिक शाइस्ता देश छोड़कर भाग चुकी है। ये भी कहा जा रहा है कि उसने दुबई में शरण ले ली है। दरअसल दुबई में भी अतीक का काफी कारोबार था। उसके कॉन्टेक्ट दुबई और सऊदी में काफी ज्यादा थे और इसलिए इस तरह की थ्योरी सामने आई है। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। यहां तक की शाइस्ता के खिलाफ तो लुक आउट नोटिस भी जारी कर दिया गया है तो ऐसे में देश छोड़कर भागना इतना आसान नहीं है।

अतीक की बहन का परिवार अदा कर सकता है रस्म

अगर शाइस्ता कल सरेंडर करती है तो वो ही अपने पति के लिए चेहल्लूम का फातिहा देगी, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो अतीक की बहन आयशा नूरी का परिवार ही इस रस्म को निभाएगा। कल ही अशरफ का भी चालीसवां होगा क्योंकि दोनों भाइयों की मौत एक साथ ही हुई थी। अशरफ की पत्नी जेनब फातिमा भी फरार है। ऐसे में माना जा रहा है कि अतीक और अशरफ के बहनोई ही इस रस्म को अदा करेंगे। अतीक अहमद की अंतिम क्रिया की रस्में भी माफिया ब्रदर्स के बहनोई ने ही पूरी कीं थीं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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