Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 6:07 pm

लेटेस्ट न्यूज़

श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन स्वरूप का परिचायक है श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम

14 पाठकों ने अब तक पढा

ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट

वृन्दावन। छटीकरा रोड़ स्थित श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में हरिद्वार स्थित महानिर्वाणी अखाड़ा के अनेक प्रख्यात संतों का आगमन हुआ जिनका महामंडलेश्वर साध्वी राधिका साधिका पुरी जटा वाली मां ने स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, ठाकुरजी का पटुका प्रसादी माला आदि भेंट कर के भावभीना स्वागत-सम्मान किया।

कनखल (हरिद्वार) के श्रीयंत्र आश्रम के निर्वाणपीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा कि कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम अत्यंत प्राचीन व सिद्ध स्थल है।यहां के पूर्ववर्ती सभी संतों ने कठोर भगवद साधना करके ठाकुरजी की लीलाओं का साक्षात दर्शन किया है। यह स्थान श्रीधाम वृन्दावन के प्राचीन स्वरूप का परिचायक है।

महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती महाराज एवं महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी कपिलानंद महाराज, ब्रह्मलीन स्वामी गोकुलानंद महाराज व ब्रह्मलीन साध्वी गोपी वाला मां आदि ने यहां साधनरत रहकर श्रीकृष्ण भक्ति की लहर को समूचे देश में प्रवाहित कर असंख्य व्यक्तियों का कल्याण किया है। उन जैसी पुण्यात्माओं का अब युग ही समाप्त हो गया है।

महामंडलेश्वर साध्वी राधिका साधिका पुरी जटा वाली मां एवं स्वामी आत्मानन्द पुरी महाराज ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन संतों व प्रभु भक्तों की भूमि है।यहां के परमाणु अत्यंत उज्ज्वल, पावन व पुनीत हैं।यहां पर की गई प्रभु साधना शतगुणा फल प्रदान करने वाली है।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी एवं भागवताचार्य आशानंद शास्त्री ने कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम के द्वारा चल रहे सेवा प्रकल्पों की जानकारी देते हुए कहा कि हमारा आश्रम संत सेवा, विप्र सेवा, गौ सेवा, निर्धन – निराश्रित सेवा आदि के लिए संकल्पबद्ध है। हमारे आश्रम के द्वारा इन सभी सेवा प्रकल्पों को समूचे देश में युद्ध स्तर पर संचालित किया जा रहा है।

इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी देवीसिंह कुंतल, प्रमुख भाजपा नेता रामदेव सिंह भगौर, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा,साध्वी नमिता साधिका, साध्वी पूर्णिमा साधिका, साध्वी श्यामा साधिका,साध्वी विभा साधिका, पवन गौतम, हरिओम, लोचनी शर्मा, पप्पू सरदार, पुरुषोत्तम गौतम आदि की उपस्थिति विशेष रही।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़