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November 23, 2024 5:57 am

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L. I. C. द्वारा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 67 वें महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया

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विरेन्द्र हरखानी की रिपोर्ट

जोधपुर। भारत के प्रथम कानून मंत्री बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 67 वें महापरिनिर्वाण दिवस पर जीवन प्रकाश, भारतीय जीवन बीमा निगम, मंडल कार्यालय, जोधपुर में आशु भटनागर, वरिष्ठ मंडल प्रबंधक, अनिल कासलीवाल, प्रबंधक कार्मिक, महेंद्र नागोरी, मंडल सचिव, वेलफेयर एसोसिएशन, जितेन्द्र पारीक, मंडल सचिव, एन.जेड.आई.ई.ए., महेंद्र सिंह चौहान, अध्यक्ष, क्लास वन फेडरेशन, जेताराम मेघवाल, मंडल कोषाध्यक्ष, महेंद्र पाल, निरीक्षण प्रभारी, राकेश खींची, संतोष चांगरा सहित सैंकड़ों अम्बेडकर अनुयायियों ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।

वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतवर्ष को संविधान रुपी अनमोल धरोहर बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की देन है। जो समता, न्याय, स्वतंत्रता और बंधुत्व का मार्ग प्रशस्त कर राजनेतिक लोकतंत्र को सामाजिक लोकतंत्र की मजबूती कायम करने में नायाब मिसाल साबित हुई है। संविधान को आत्मसात कर भारत विश्व के अग्रणी देशों के लिए सुनहरी उम्मीद भरी किरण साबित हो रहा है। बाबासाहेब डॉ . भीमराव अम्बेडकर जैसे महान सपूतों की बदौलत विश्व गुरु था और उन्हें सिम्बल ऑफ नालेज की उपाधि द्वारा कोलम्बिया युनिवर्सिटी में प्रतिमा स्थापित कर भारत का गौरव बढ़ाया। उन्होंने कार्य घंटे 12 से घटाकर 08 घंटे किये। रिजर्व बैंक आफ इंडिया की स्थापना में आपका सराहनीय योगदान रहा । महिलाओं को प्रसूति अवकाश, पैतृक सम्पत्ति में बराबरी का हिस्सेदार, भांगड़ा नांगल और बिसलपुर बांध परियोजनाओं की आधारशिला रखी । वो पाकिस्तान के पृथक विभाजन के घोर विरोधी थे। वो 14 बहुभाषाओं के जानकार थे । संविधान को 02 वर्ष 11 माह 18 दिन की अथक मेहनत से तैयार किया।

इस अवसर पर एल. के. चौहान, महेश पुरोहित, नवीन अग्रवाल, पवन कुमार, रेणु पारीक, भगवान सहाय सैनी, सुभाष शर्मा, राजीव थम्पी, भगवान सिंह गहलोत, राकेश बारासा, जे.पी.गौड, प्रकाश भाटी, बालकिशन बारासा, अर्जुनसिंह राठौड़, मनीष कांकलिया, राजेन्द्र बेगड, सवाई सिंह राजपुरोहित, सुरेन्द्र मन्हास, एन.के.सोनी, अरुण सोलंकी, राकेश कल्ला, अनिल हर्ष, सुरेन्द्र पारीक, एन.के. चौहान, पुष्पेन्द्र खींची, रविकांत भाटी, नरेश दवे, मंजु गोलेच्छा,रेखा गोदारा, शेली मन्हास, शुची गुप्ता, मधु दवे, उषा बिस्सा, प्रियंका सोनी, सुशील उपाध्याय, के.के. व्यास, अजय नागोरी, धर्मेन्द्र राजोरा, महेश लखन, विकास बारासा, पुखराज खिटोलिया, वीरेंद्र विक्रम, अणदाराम मेघवाल, ओमप्रकाश मेघवाल, मनोज पंवार, जालाराम मुंडेल, रविन्द्र सिंदल, सुशील दवे, घनश्याम राठी, शकील मोहम्मद, अब्दुल शबाब सहित सैंकड़ों प्रबुद्धजनों ने गरिमामय उपस्थिति दर्ज करा पुष्पांजली दी ।

कार्यक्रम का सफल संचालन राकेश खींची ने किया और अनिल कासलीवाल, प्रबंधक कार्मिक ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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