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November 2, 2024 8:11 pm

जीएम एकेडमी ; अमृत महोत्सव को चार चांद लगा दिया बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने

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सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट 

देवरिया। सलेमपुर स्थित जीएम एकेडमी के बच्चों ने खूब जोश ओ खरोश के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया। इस उत्सव की सबसे बड़ी बात यह रही कि विद्यालय की टीम को तहसीलदार ने तहसील मुख्यालय में महापर्व आयोजन में विशेष रुप से आमंत्रित किया था।

विद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति ने उपस्थित आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर दिया 

एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्रीमती गुंजन द्विवेदी ने इस मौके पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और बच्चों का खूब हौसला आफजाई किया।

कार्यक्रम -स्वागत गीत, नृत्य -शुभारंभ, राजस्थानी नृत्य-झूम रे गोरी, ड्रामा संग नृत्य- यूनिटी आफ डायवर्सिटी की खूब तारीफ की गई। इस कार्यक्रम पर तो स्वयं एसडीएम ने कहा कि सभी राजस्व कर्मियों को इस एक्ट से सीख लेनी चाहिए।

देश प्रेम की भावना से प्रेरित बच्चों ने आनंद की ऐसी पटकथा लिख दी कि उनके मासूम और मोहक कला प्रस्तुतियों ने विशाल दर्शक समूह को भावविभोर कर दिया।

मंच पर सधे हुए अंदाज में बच्चों के डांस स्टेप की तारीफों के पुल बांधे जा रहे थे तो उनके सिद्धहस्त गुरु की शिक्षा की शालीन पेशकश भी कम प्रभावी नहीं रही।

मुख्य अतिथि तहसीलदार सलेमपुर शैलेन्द्र कुमार रहे। कार्यक्रम में प्रतिभाग  करने वाले बच्चे रचित मिश्र, बालानंद, अनुष्का, काव्या, इशिता, सत्यम्, रक्षा, सार्थक, तेजस, उज्जवल वत्स, शिवम्, प्रियांशी, आराध्या, नितिन, अंशू, रोशन, विवेक, आदर्श, रोशनी, सिया यादव, श्रृष्टि, सिमरन, समृद्धि आदि के कार्यक्रम मनमोहक रहे।

बच्चों द्वारा प्रस्तुत चक दुम दुम, जूता है जापानी, वो कृष्णा है आदि कार्यक्रम दर्शकों द्वारा खूब सराहे गए।

तहसील मुख्यालय में ही जी.एम.एकेडमी की संस्कृत अध्यापिका भारती सिंह ने एक शहीद की कहानी पर एक मर्म स्पर्शी प्रस्तुति दी, तो विद्यालय के संगीत अध्यापक करन मिश्र ने मुहम्मद रफ़ी के गाने “कर चले हम फ़िदा, जान वतन साथियों’ की प्रस्तुति देकर सबका दिल जीत लिया।

बच्चों द्वारा बनाए गए रंगोली, एवं पेंटिंग की प्रशंसा भी एसडीएम एवं तहसीलदार ने स्वयं की एवं उत्साहवर्धन हेतु उनके साथ फोटो भी खिंचवाई।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."