आर के मिश्रा की रिपोर्ट
परसपुर गोण्डा। विकास खण्ड परसपुर स्थित सूकरखेत राजपुर में रामचरित मानस के रचियता गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इसी क्रम में राज्यमंत्री उत्तरप्रदेश शासन कैप्टन विकास गुप्ता के नेतृत्व में भरतीयम संस्था दिल्ली के सहभागिता में पीडी बांध एवम सरयू नदी के मध्य में आत्माराम टेपरा के नौ एकड़ के भूभाग में छाया एवम फलदार सैकड़ो पौध रोपित किये। गये। वहीं स्वच्छ महा अभियान व रामराज्य समाज कल्याण एवम शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष लालजी तिवारी, कर्णप्रताप सिंह, व पंकज गुप्ता, विष्णु,शर्मा, नरेश महतो, एसएन अग्रवाल, भानुप्रताप तिवारी, गिरधारी लाल शर्मा, निशिकांत दुबे, सुनील शर्मा, मिंटू माथुर, कर्नेलगंज तहसीलदार नरसिंह नरायन, कृषि विज्ञान केन्द्र निदेशक डॉ0 उपेन्द्र सिंह, कर्नेलगंज विधायक के भ्राता मनमोहन सिंह,जिला कृषि अधिकारी जगदीश प्रसाद यादव,सहायक विकास अधिकारी कृषि अनूप सिंह चौहान,हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहित राज सहित क्षेत्रियजनों ने पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
तदोपरांत तुलसी जन्मस्थली के प्रांगण में एक सभा का आयोजन किया गया।जिसके मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता रहे व कार्यक्रम का संचालन सन्तशरण त्रिपाठी “सन्त” ने किया। संचालन के दौरान श्रीरामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास के जन्मस्थली को लेकर काव्यपाठ किया। वही रविन्द्र सिंह भ्रमर ने अपने काव्यपाठ मे तुलसी जन्मस्थली सूकरखेत राजपुर गोण्डा को सिद्ध किया। जिसे सुनकर उपस्थित भक्तजनों ने करतल ध्वनि से जोरदार स्वागत किया।सनातन धर्म परिषद के अध्यक्ष डॉ0 स्वामी भगवदाचार्य ने मुख्य अतिथि के करकमलों द्वारा भरतीयम संस्था के कार्यकर्ताओं व गणमान्य जनो को प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया।ततपश्चात ओमप्रकाश पाण्डेय, मनमोहन सिंह, अरुण कुमार सिंह,रामसुंदर पाण्डेय,रामकुमार सोनी ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।
तथा दिल्ली से पधारी हुई साध्वी शिप्रा पाठक ने तुलसी जन्मभूमि के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुये कहा। कि तमाम प्रमाणों के जरिये यह सर्व विदित हो गया है कि तुलसी जन्मस्थली सूकरखेत राजपुर गोण्डा ही है इसमें कोई संशय नही है। बस अब सिर्फ विकास को गति देना शेष है।
इस बावत राज्यमंत्री कैप्टन विकास गुप्ता ने आप के वक्तव्य के दौरान कहा कि पहले लोग फल व छायादार पौधे लगाने थे,जिनसे लोंगो को विटामिन, मिनरल एवम फाइबर जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलता था। जिससे रतौंधी, व हड्डी सम्बंधित बीमारी नही होती थी। उन्होंने कहा कि लगाए गये पौध की सुरक्षा हेतु चारों ओर से कंटीले तारो से घेराबंदी कराकर सिंचाई हेतु बोरिंग, एवम देखरेख के लिये चौकीदार की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। ताकि लगाए गये पौध का निरन्तर देखभाल किया जा सके तथा सूकरखेत राजपुर गोण्डा स्थित तुलसी जन्मस्थली को प्रमाणित करते हुये उसके विकास एवम मन्दिर जीर्णोद्धार के मांग को सरकार तक पहुँचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद तुलसी जन्मभूमि न्यास द्वारा भोजन एवं प्रसाद की व्यवस्था का उपस्थित जनो ने लाभ लिया। वहीं सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिसकर्मी भी मुस्तैद रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."