विरेन्द्र हरखानी की रिपोर्ट
जोधपुर। महिलाओं के कौशल संवर्द्धन कार्यक्रम ‘आई एम शक्ति कौशल सामर्थ्य योजना के तहत’ फाउंडेशन टू एजुकेट गर्ल्स ग्लोबली एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में 15 दिवसीय बेस्ट आउट ऑफ द वेस्ट ट्रेनिंग का शुभारंभ दिल्ली बाइपास रोड़ पर स्थित ईदगाह कच्ची बस्ती में किया गया। इस कार्यक्रम में नॉलेज पार्टनर की भूमिका निभा रहे युवा पहल संस्थान द्वारा ये दूसरा बैच शुरू किया गया है जिसमें आगामी 15 दिनों में 90 महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा।
युवा पहल संस्था के प्रतिनिधि योगिराज यादव एवं ज़ारा खान ने बताया कि 15 दिन की इस गैर-आवासीय ट्रेनिंग में महिलाओं को बेसिक सिलाई के साथ-साथ घर मे ही उपलब्ध अनुपयोगी वस्तुओं और पुराने फैब्रिक का इस्तेमाल करते हुए उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
कार्यक्रम समन्वयक उषा कोटिया ने जानकारी दी कि आई एम शक्ति कौशल सामर्थ्य योजना के अंतर्गत झालाना और ईदगाह कच्ची बस्ती में कुल 150 महिलाओं को बेस्ट आउट ऑफ द वेस्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद इन महिलाओं को अपना खुद का काम शुरू करने और रोज़गार से जुड़ने में मदद की जायेगी।
जिसके तहत महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के रूप में संगठित कर उनके द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म की मदद से बाज़ार में बेचा जाएगा जिससे कि ये महिलायें घर बैठे अपने हुनर से रोज़गार पा सके।
एजुकेट गर्ल्स के लाइवलीहुड कार्यक्रम प्रभारी विपुल शर्मा ने प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना करते हुए कहा कि हमें अपने लक्ष्यों को कभी नही भूलना चाहिए, और अपने आप को हर दिन बेहतर बनाने के प्रयास करते रहना चाहिए। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में एक्सपर्ट्स के तौर पर अफ़साना, रेहाना और शोभा कंवर तथा प्रथम संस्था से सीता जांगिड़ गेस्ट ट्रेनर के रूप में अपनी सेवायें देंगी।
Author: samachar
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