Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 11:21 pm

लेटेस्ट न्यूज़

अमर शहीद संतोष यादव को जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

15 पाठकों ने अब तक पढा

राकेश तिवारी की रिपोर्ट

देवरिया । जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन एवं डीआईजी/पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्रा ने जम्मू कश्मीर के शोफिया में आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए देश की रक्षार्थ शहीद हुए सेना के जवान संतोष यादव को पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। जिलाधिकारी ने एकौना थाना क्षेत्र के पटवनिया निवासी अमर शहीद संतोष यादव के पिता शेषनाथ यादव एवं शहीद की पत्नी धर्मशीला सहित सभी परिजनों को ढांढस बंधाया एवं हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। 

 एडीएम (वित्त एवं राजस्व) नागेंद्र कुमार सिंह, एसडीएम रुद्रपुर संजीव उपाध्याय, नायब तहसीलदार हिमांशु सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गांव का हर युवा कर रहा सेना की तैयारी

शहीद के गांव के रहने वाल रविन्द्र ने बताया कि सन्तोष बचपन से ही फौज में जाने की बात कहते थे। फौज में भर्ती होने के बाद वह जब भी गांव आते थे हम लोगो को फौज में भर्ती होकर देश सेवा की प्रेरणा देते थे। वो कहते थे कि देश सेवा से बड़ा कुछ भी नहीं है। उनसे प्रेरित होकर उनका छोटा भाई भी फौज में भर्ती हुआ है। उनकी प्रेरणा से गांव के कई युवक सेना में भर्ती होने की तैयारी कर रहे हैं।

गार्ड ऑफ ऑनर देकर देकर विदा किया।
गार्ड ऑफ ऑनर देकर देकर विदा किया।
शहीद संतोष यादव की पत्नी और दोनों बेटियां।
शहीद संतोष यादव की पत्नी और दोनों बेटियां।

परिवारीजन बोले- शहादत का बदला चाहिए

जवान संतोष यादव के शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में मातम फैल गया। जवान के घर पर रिश्तेदारों और ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। संतोष के छोटे भाई मनोज भी सेना में हैं। उनकी तैनाती श्रीनगर में ही है। संतोष की पत्नी धर्मशीला, माता मैना देवी सदमे में हैं। जवान की 2 बेटियां जान्हवी (8) और पलक (6) हैं।

शहीद की पत्नी धर्मशीला ने कहा, जीविका के लिए सरकार उन्हें सरकारी नौकरी दे। पति की शहादत का आतंकियों से बदला लिया जाए। वहीं शहीद के पिता शेषनाथ यादव ने कहा हमें बदला चाहिए। सरकार आतंकियों का सफाया करे।

शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग पहुंचे। सभी ने नम आंखों से विदा किया।
शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग पहुंचे। सभी ने नम आंखों से विदा किया।
samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़