
झांसी में खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए। कहा—वोट के लिए सनातन धर्म का अपमान तक करने से नहीं चूकते। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
झांसी(उत्तर प्रदेश), उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने मंगलवार को झांसी में आयोजित 15वीं राष्ट्रीय सीनियर पुरुष हॉकी चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में शिरकत करते हुए पत्रकारों से बातचीत में समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि
“अखिलेश यादव वोट के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्हें न तो देश की परवाह है और न ही सनातन संस्कृति की।”
इसके साथ ही उन्होंने इंद्रजीत सरोज के मंदिरों पर दिए गए बयान को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि यह बयान दरअसल अखिलेश यादव की सहमति से ही आया है।
“गौशालाओं से बदबू आती है, तो बूचड़खानों से खुशबू?”
मंत्री ने तीखा सवाल करते हुए कहा,
“अखिलेश यादव कहते हैं कि उन्हें गौशालाओं से बदबू आती है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या उन्हें बूचड़खानों से खुशबू आती है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी हर बार देश की सांस्कृतिक विरासत और सनातन धर्म को अपमानित करने का कार्य करती है।
कुंभ की आलोचना और बंगाल की चुप्पी
गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि जब प्रयागराज में कुंभ का भव्य आयोजन हुआ, जिसे 110 देशों से सराहना मिली, तब भी सपा नेताओं ने आलोचना की थी। वहीं, पश्चिम बंगाल और मुर्शिदाबाद में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर सपा चुप रहती है।
“इनके किसी भी नेता ने एक भी शब्द नहीं कहा, लेकिन जब बात हमारी आस्था की आती है तो ये लोग सबसे पहले हमला बोलते हैं।”
हर बार जनादेश भाजपा के साथ
चुनावों को लेकर सपा द्वारा ईवीएम और प्रशासन पर उठाए जाने वाले सवालों पर भी मंत्री ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,
“2014 में जब अखिलेश यादव खुद मुख्यमंत्री थे, तब भी भाजपा को जीत मिली। उस वक्त प्रशासन और ईवीएम दोनों इनके अधीन थे। फिर भी जनता ने भाजपा को चुना।”
उन्होंने यह भी कहा कि 2017, 2019 और 2022 के चुनावों में भाजपा की लगातार जीत, जनादेश का प्रमाण है।
“विरासत में मिली सत्ता, अब दोबारा नहीं मिलेगी”
अंत में उन्होंने कहा,
“अखिलेश यादव को जनादेश नहीं मिला, उन्हें सत्ता विरासत में मिली थी। लेकिन अब वह दौर खत्म हो चुका है। अब जनता समझ चुकी है कि असली नेतृत्व क्या होता है।”
झांसी में खेल मंत्री ने सपा और उसके नेतृत्व पर कड़ा प्रहार करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा की राजनीति राष्ट्रवाद, आस्था और विकास के मूल पर टिकी है, जबकि विपक्ष नकारात्मकता फैलाने में व्यस्त है।
ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट