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आजमगढ़

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय द्वारा नामित तीन महिलाएं राज्यपाल द्वारा सम्मानित 

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़, ठेकमा। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च 2025) के अवसर पर महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वाली तीन प्रेरणादायक महिलाओं को राजभवन में सम्मानित किया। ये महिलाएं महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय, आजमगढ़ द्वारा नामित की गई थीं।

सम्मानित महिलाओं की सूची

इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिन महिलाओं को सम्मानित किया गया, वे हैं:

1. श्रीमती हीना देसाई, 2. श्रीमती सुनीता राय, 3. डॉ. पूनम तिवारी

श्रीमती सुनीता राय – निस्वार्थ समाज सेवा का प्रतीक

श्रीमती सुनीता राय को कोविड महामारी के दौरान 200 गरीब मरीजों को भोजन, दवा और वस्त्र उपलब्ध कराने और 190 मरीजों की जान बचाने के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, वे हर वर्ष एम.के. राय दीप आदर्श समाज सेवा संस्थान ट्रस्ट द्वारा संचालित एम.के. राय दीप आदर्श बालिका पी.जी. कॉलेज, भगवानपुर, ठेकमा, आजमगढ़ के माध्यम से 200 गरीब महिलाओं, निराश्रित विधवाओं और बच्चियों को कंबल एवं वस्त्र वितरित करती हैं।

इसके अलावा, वे वनवासी और गरीब समुदाय की अशिक्षित बालिकाओं और महिलाओं को केजी से पीजी तक शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। उनके इन सामाजिक कार्यों को देखते हुए उन्हें राजभवन में महामहिम राज्यपाल द्वारा सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया।

सम्मान मिलने पर गर्व और आभार

सम्मान प्राप्त करने पर श्रीमती सुनीता राय ने कहा,

“समाज सेवा सबसे बड़ी सेवा और धर्म है। यह जाति, धर्म और लिंग से ऊपर उठकर गरीब एवं असहाय लोगों की मदद करने का नाम है। मुझे इस कार्य में अपने पति एवं कॉलेज ट्रस्ट के प्रबंधक श्री एम.के. राय एडवोकेट का पूरा सहयोग प्राप्त हुआ है। आज महामहिम राज्यपाल महोदया के करकमलों द्वारा सम्मान पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मैं इस अवसर पर महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. संजीव कुमार एवं कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद जी का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं।”

समाज सेवा की प्रेरणादायक मिसाल

इस सम्मान से यह साबित होता है कि निःस्वार्थ सेवा, शिक्षा और सामाजिक उत्थान में योगदान देने वाली महिलाएं समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इन तीनों महिलाओं ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह दिखा दिया कि समाज सेवा के माध्यम से बड़ी सकारात्मक परिवर्तन लाए जा सकते हैं।

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Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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