चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
सहारनपुर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जल्दी अमीर बनने की चाहत में एक शख्स ने अपने ही दोस्त को बेरहमी से जिंदा जला दिया। आरोपी का मकसद अपनी मौत का दिखावा कर इंश्योरेंस की रकम हड़पना था। इस खौफनाक योजना को अंजाम देने के लिए उसने पहले अपने दोस्त को शराब पिलाई और फिर उसे कार में बंद कर आग लगा दी। पुलिस ने इस वारदात का पर्दाफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात की शुरुआत
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 23 दिसंबर को सहारनपुर के कोतवाली देहात क्षेत्र के बिजोपुरा पुलिया के पास एक जली हुई कार बरामद हुई थी। कार के अंदर से एक जली हुई लाश भी मिली थी, लेकिन पहचान मुश्किल हो रही थी। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि यह कार कानपुर के एक व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत थी। हालांकि, बाद में जानकारी मिली कि यह कार कई बार बिक चुकी है और अंततः इसे सहारनपुर में रहने वाले डॉक्टर मुबारिक ने 26 हजार रुपये में खरीदा था।
गुमशुदगी की सूचना से खुलासा
इस बीच, जनकपुरी थाने में गुलजार नाम के व्यक्ति ने अपने भांजे सोनू की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। गुलजार ने बताया कि सोनू, जो हरियाणा का रहने वाला था, 23 दिसंबर से लापता है। सोनू डॉक्टर मुबारिक का करीबी दोस्त था। इस सूचना के बाद पुलिस को शक हुआ और उन्होंने डॉक्टर मुबारिक की तलाश तेज कर दी।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस ने मुबारिक को गिरफ्तार कर जब उससे पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। मुबारिक ने बताया कि उस पर 30 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज था। कर्ज चुकाने और जल्दी अमीर बनने की चाह में उसने खुद को मृत घोषित कर इंश्योरेंस की मोटी रकम लेने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसे एक अज्ञात लाश की जरूरत थी। काफी कोशिशों के बावजूद जब उसे कोई लाश नहीं मिली, तो उसने अपने ही दोस्त सोनू को शिकार बना लिया।
कैसे रची साजिश
मुबारिक ने अपने दोस्त सोनू को पहले शराब पिलाई और जब वह नशे में बेहोश हो गया, तो उसे अपनी कार में बिठाकर कार को आग के हवाले कर दिया। उसकी योजना थी कि इस लाश को अपनी बताकर डेथ सर्टिफिकेट बनवाए और इंश्योरेंस की रकम हासिल कर ले। लेकिन पुलिस ने समय रहते आरोपी को गिरफ्तार कर उसकी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
आरोपी का बैकग्राउंड
हत्यारोपी मुबारिक मूल रूप से बागपत के थाना रमाला क्षेत्र के असारा गांव का रहने वाला है। वह इन दिनों सहारनपुर के हबीबगढ़ गांव में रह रहा था। वहीं, मृतक सोनू हरियाणा का निवासी था और मुबारिक के रिश्तेदार राशिद की फैक्ट्री में काम करता था। सोनू के मामा ने जनकपुरी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने जांच तेज की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला न केवल दोस्ती के विश्वास को तोड़ने वाला है, बल्कि यह भी दिखाता है कि लालच इंसान को किस हद तक गिरा सकता है। पुलिस की सतर्कता से इस खौफनाक साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया।