अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में छठ पूजा के दिन और 16 नवंबर को हुई दो अलग-अलग हत्याओं ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। इन घटनाओं के पीड़ित परिवारों को प्रदेश सरकार ने राहत प्रदान करते हुए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है। इसके साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक परिवार को एक-एक सुरक्षाकर्मी भी मुहैया कराया गया है।
पहली घटना: निहाल सिंह की हत्या
देवरिया के मुंसिफ कॉलोनी निवासी निहाल सिंह की छठ पूजा के दिन उनके पैतृक गांव समोगर से लौटते समय जड्डू परसिया गांव के पास हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में शामिल कुछ अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, इस मामले में कुछ आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है।
दूसरी घटना: विशाल सिंह श्रीनेत की हत्या
एकौना थाना क्षेत्र के हौली बलिया गांव के निवासी और छात्र नेता विशाल सिंह श्रीनेत की हत्या 16 नवंबर को उस समय कर दी गई, जब उन्हें किसी ने घर से बुलाया। इस हत्याकांड में पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुठभेड़ के दौरान दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य दो फरार आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा गया है।
शासन की ओर से राहत और सुरक्षा के प्रबंध
बुधवार शाम को विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) डॉ. रतन पाल सिंह, जिलाधिकारी (डीएम) दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) संकल्प शर्मा ने दोनों पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रत्येक परिवार को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। साथ ही, परिजनों की सुरक्षा के लिए एक-एक सुरक्षाकर्मी तैनात करने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता पर आभार
पीड़ित परिवारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस संवेदनशील पहल के प्रति आभार प्रकट किया। वहीं, एमएलसी डॉ. रतन पाल सिंह ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवारों को शस्त्र लाइसेंस, आर्थिक सहायता और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की थी।
पुलिस की सक्रियता और आगे की कार्रवाई
पुलिस इन दोनों मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। फरार आरोपियों की तलाश में विशेष टीमें लगाई गई हैं। डीएम दिव्या मित्तल और एसपी संकल्प शर्मा ने घटनाओं की तह तक जाने और न्याय सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया है।
देवरिया जिले की इन हत्याओं ने न केवल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को भी तेज किया है। सरकार द्वारा पीड़ित परिवारों को दी गई मदद और सुरक्षा का प्रबंध राहत देने वाला कदम है, लेकिन न्याय की पूरी उम्मीद अभी बाकी है।