चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
भदोही जिले में बिजली विभाग में भ्रष्टाचार और अवैध वसूली का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में एक व्यक्ति को बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) के साथ गाली-गलौज करते और उनके कार्यालय में तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है। यह विवाद अवैध वसूली में हिस्सा न मिलने को लेकर हुआ बताया जा रहा है।
क्या है मामला?
यह घटना भदोही शहर कोतवाली क्षेत्र के सिविल लाइन विद्युत वितरण खंड प्रथम के कार्यालय की है। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति अधिशासी अभियंता आर.बी. शर्मा के साथ न केवल अभद्र व्यवहार कर रहा है, बल्कि उनके ऑफिस में तोड़फोड़ भी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, यह मामला दलाली के पैसों के बंटवारे में विवाद का नतीजा है।
जब इस वीडियो के बारे में अधिशासी अभियंता से सवाल किया गया, तो उन्होंने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि बयान देने के लिए वे अधिकृत नहीं हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस मामले पर उनके वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया जाए।
वीडियो के वायरल होने के बाद मचा हड़कंप
इस घटना का वीडियो वायरल होते ही बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आजाद समाज पार्टी के नेता अशोक कुमार ने बिजली विभाग पर भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह मामला योगी सरकार के “जीरो टॉलरेंस” नीति का खुलेआम उल्लंघन है। उन्होंने सरकार से इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की।
बिजली विभाग की सफाई और कार्रवाई का वादा
वहीं, विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता राधेश्याम ने कहा कि उन्होंने हाल ही में इस पद पर कार्यभार संभाला है, लेकिन वायरल वीडियो को देखकर लगता है कि मामला गंभीर है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस विवाद की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। साथ ही उन्होंने विभाग में पारदर्शिता बनाए रखने की बात भी कही।
आम जनता में बढ़ा आक्रोश
बिजली विभाग को लेकर पहले से ही नाराजगी झेल रही जनता इस घटना के बाद और ज्यादा आक्रोशित है। वीडियो में सामने आए भ्रष्टाचार और अवैध वसूली ने सरकारी बाबुओं और दलालों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग में दलालों का दखल बढ़ गया है, जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
यह मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए चुनौती बन गया है। भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के इस मामले ने सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। जनता अब इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।
भदोही का यह प्रकरण एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि सरकारी विभागों में पारदर्शिता और जवाबदेही कब सुनिश्चित होगी। क्या इस मामले में सरकार सख्त कदम उठाएगी, या फिर यह भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा?