ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
आगरा के ताजगंज क्षेत्र के बसई खुर्द में देह व्यापार के एक बड़े अड्डे का पुलिस ने भंडाफोड़ किया। इस अभियान के दौरान, पुलिस ने पांच युवतियों को मुक्त कराकर दो महिलाओं और आठ पुरुषों को गिरफ्तार किया। यह छापा दिल्ली की गैर-सरकारी संस्था ‘फ्रीडम फर्म’ की सूचना पर सोमवार की रात डाला गया था। इस मामले में पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार (प्रिवेंशन) अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
युवतियों ने खुद को बताया होटल कर्मचारी
मुक्त कराई गई युवतियों ने पुलिस को दिए गए बयानों में कहा कि वे अपनी मर्जी से इस धंधे में जुड़ी थीं और उन्होंने अपने परिवार को यह जानकारी दी थी कि वे आगरा के एक सितारा होटल में काम करती हैं। मंगलवार को काउंसलिंग के दौरान भी उन्होंने यही बात दोहराई। हालांकि, फ्रीडम फर्म संस्था ने इनमें से दो को नाबालिग बताया है, जिसके बाद पुलिस उनकी उम्र की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच करवा रही है।
नाबालिगों में एक मुंबई की, दूसरी धौलपुर की
नाबालिग मानी जा रहीं दो लड़कियों में से एक मुंबई के मीरा रोड की रहने वाली है जबकि दूसरी राजस्थान के धौलपुर की निवासी है। काउंसलिंग के दौरान इन लड़कियों ने बताया कि वे एक ही समाज से ताल्लुक रखती हैं और उनके परिवार एक-दूसरे के संपर्क में थे। बताया जा रहा है कि दो लड़कियां सौतेली बहनें हैं। ये नाबालिग किशोरियां एक हफ्ते पहले यहां पहुंची थीं, जबकि अन्य तीन युवतियां दो महीने पहले आगरा आई थीं।
देह व्यापार का विरोध करने पर होती थी मारपीट
काउंसलिंग के दौरान लड़कियों ने बताया कि उन्हें इस गंदे धंधे में जबरदस्ती धकेला गया था और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की जाती थी। उन्हें भूखा रखा जाता और बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जाती थी। पुलिस को मकान की तलाशी में शराब की बोतलें, बियर की कैन और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं मिली हैं।
रैकेट का खुलासा, लेकिन अभी भी जारी है जांच
एसीपी ताज सुरक्षा, सैयद अरीब अहमद ने बताया कि गिरफ्तार की गई दो महिलाएं इस रैकेट की सरगना थीं, जबकि आठ पुरुष ग्राहकों के तौर पर वहां मौजूद थे। पुलिस का कहना है कि युवतियों की काउंसलिंग जारी है ताकि इस रैकेट के बारे में और जानकारी जुटाई जा सके।
पहले भी ताजगंज क्षेत्र में हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
ताजगंज का बसई खुर्द क्षेत्र इससे पहले भी देह व्यापार के मामलों के लिए सुर्खियों में रहा है। कई बार यहां से लड़कियों को मुक्त कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक इस धंधे का मुख्य रैकेट पकड़ में नहीं आया है। पुलिस अब तक इस गिरोह को जड़ से खत्म करने में सफल नहीं हो पाई है, लेकिन इस ताजा कार्रवाई से इलाके में हलचल मच गई है।
इस मामले की जांच जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सकेगा। इस घटना ने एक बार फिर से समाज में छिपे इस प्रकार के अवैध धंधों की ओर ध्यान आकर्षित किया है, जो कई मासूम लड़कियों की जिंदगियों को तबाह कर रहे हैं।