Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 7:44 pm

लेटेस्ट न्यूज़

ऐसी दबंगई आपको यूपी में दिखेगी जनाब…उल्टा लटकाया, मारा, बाल मुंडवाया और देखिए 👇वीडियो

18 पाठकों ने अब तक पढा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश में कानून और सुरक्षा व्यवस्था पर अक्सर चर्चाएं होती हैं, पर कुछ लोगों की दबंगई पर इसका कोई असर नहीं दिखता। झांसी में एक मजदूर द्वारा गोबर उठाने और खेत में काम करने से इनकार करने पर उसके साथ बर्बरता की गई। दबंगों ने उसका सिर मुंडवाकर पूरे गांव में घुमाया। 

इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो हो रहा है। इस शर्मनाक घटना के बाद अब पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यूपी कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से वीडियो को शेयल कर प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। 

यह मामला झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के एक गांव का है। पीड़ित मजदूर ने आरोप लगाया कि कुछ दबंगों ने उससे जबरन भैंसों का गोबर उठाने और खेत में काम करने को कह रहे थे। जब मजदूर ने मना कर दिया, तो उन दबंगों ने उसे गांव खाली करने की धमकी दी। मजदूर का कहना है कि यदि वह गांव में रहना चाहता है, तो उसे इन कार्यों को करना ही पड़ेगा। 

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=ymQzPJ4HsIM[/embedyt]

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों का आक्रोश बढ़ गया है। कांग्रेस ने इस घटना का वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए सरकार की कड़ी आलोचना की और पूछा कि क्या एक मजदूर को अपनी मर्जी से काम करने का अधिकार भी नहीं है? क्या भारतीय संविधान में दिए गए शोषण के विरुद्ध अधिकारों का कोई अर्थ नहीं रह गया है? कांग्रेस के अनुसार, मजदूर को पीड़ा देते वक्त दबंग हंसते रहे, और मजदूर की मिन्नतें नजरअंदाज कर दी गईं. इस शर्मनाक कृत्य ने मजदूर के मान-सम्मान को गहरी चोट पहुंचाई है। 

मजदूर ने लगाए कई आरोप

मजदूर के अनुसार, बुधवार को जब वह अपने काम में व्यस्त था, तभी टाकोरी गांव के निवासी विजय, नकुल, शत्रुघ्न, और कालू वहां आए और उसे पकड़कर रोड तक घसीटते हुए गाड़ी में बिठाकर गांव ले गए। वहां उन्होंने सबके सामने मजदूर का सिर मुंडवाया और फिर उसे पूरे गांव में घुमाया. इतना ही नहीं, उन्होंने मजदूर को रस्सी से बांधकर उल्टा लटका दिया और उसकी पिटाई की। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़