संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में हाल ही में दुर्गा प्रतिमा के जुलूस के दौरान हिंसा और पथराव की एक बड़ी घटना सामने आई, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। यह घटना तब हुई जब दुर्गा प्रतिमा को लेकर आयोजक जुलूस निकाल रहे थे और मुस्लिम बहुल इलाके छावनी से गुजरते समय डीजे पर बज रहे भजनों को लेकर कुछ लोगों ने आपत्ति जताई। इसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट और पथराव तक नौबत आ गई। इस हिंसा में दुर्गा प्रतिमा के साथ लगी शेर की प्रतिमा भी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
हिंसा के तुरंत बाद, क्षेत्र में बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के लोग इकट्ठे हो गए थे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी, लेकिन पुलिस ने समय पर मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में कर लिया। पुलिस ने घटनास्थल पर कार्रवाई करते हुए सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और तुरंत गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू कर दिया।
एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए बताया कि अब तक 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 24 पुरुष, 5 नाबालिग और 4 महिलाएं शामिल हैं। एसपी ने स्पष्ट किया कि कानून का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा और जो भी इस घटना में शामिल पाया जाएगा, उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
यह घटना एक बार फिर धार्मिक असहिष्णुता और सांप्रदायिक तनाव का उदाहरण बन गई है, जिसे लेकर पुलिस और प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए स्थिति को और बिगड़ने से रोका। पुलिस की ओर से आगे भी इस मामले में कठोर कार्रवाई जारी रखने की बात कही गई है।
Author: कार्यकारी संपादक, समाचार दर्पण 24
हटो व्योम के मेघ पंथ से स्वर्ग लूटने हम आते हैं