कुशीनगर के रामकोला नगर पंचायत में नव-निर्मित आरसीसी सड़क अचानक धमाके के साथ फट गई, जिससे बाइक सवार महिला की मौके पर मौत हो गई। हादसे ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कुशीनगर जनपद के रामकोला नगर पंचायत में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने स्थानीय नागरिकों को झकझोर कर रख दिया। दरअसल, वार्ड नंबर 6 निवासी माया देवी (43) की एक अप्रत्याशित हादसे में मौत हो गई, जब नव-निर्मित आरसीसी सड़क अचानक धमाके के साथ फट गई। यह हादसा मंगलवार की दोपहर हुआ, जब माया देवी अपनी भतीजी की शादी की तैयारियों के लिए बाजार से खरीदारी कर लौट रही थीं।
हादसे की पूरी कहानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माया देवी अपने बेटे चंद्रेश और मां बताशी देवी के साथ बाइक से रामकोला बाजार गई थीं। अपराह्न लगभग 3 बजे के आसपास वे खरीदारी के बाद वापस लौट रही थीं। चूंकि रास्ते में एक जगह सड़क काफी ऊंची थी, इसलिए उनकी मां पहले ही बाइक से उतर गईं और पैदल चलने लगीं। माया देवी बेटे के साथ बाइक पर सवार होकर आगे बढ़ीं।
हालांकि, जैसे ही उनकी बाइक सड़क के उस हिस्से से गुजरी, वहां जोरदार धमाका हुआ और आरसीसी सड़क दो हिस्सों में बंट गई। इस अप्रत्याशित विस्फोट में माया देवी संतुलन खो बैठीं और सिर के बल दूर जा गिरीं। उनके सिर में पीछे की ओर गहरी चोट आई और रक्तस्राव लगातार होता रहा।
चिकित्सा सहायता और मौत की पुष्टि
घटना के तुरंत बाद माया देवी को रामकोला सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। दुर्भाग्यवश, वहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों के अनुसार, सिर की चोट अत्यधिक गंभीर थी और रक्तस्राव रुक नहीं पा रहा था।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया और संभावित कारण
इस दर्दनाक हादसे के बाद लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अविनाश मिश्रा ने कहा कि आरसीसी सड़क के ब्लास्ट होने की घटना अब तक कभी सामने नहीं आई है। उन्होंने आशंका जताई कि या तो सड़क के नीचे मिट्टी की भराई ठीक से नहीं हुई होगी या फिर पाइपलाइन की ढलाई के दौरान घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया होगा, जिससे सड़क दो हिस्सों में टूट गई।
वहीं, रामकोला नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संतोष वर्मा ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस प्रकार की किसी घटना की जानकारी नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीयों में रोष और सवाल
इस अप्रत्याशित और अकल्पनीय हादसे के बाद स्थानीय निवासियों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। एक ओर जहां माया देवी के घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं, वहीं दूसरी ओर यह हादसा सारे माहौल को शोक में बदल गया। लोगों का कहना है कि नगर पंचायत की लापरवाही और घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल इस दुर्घटना का मुख्य कारण है।
यह घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर किस हद तक समझौता किया जा रहा है। सड़कें लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए बनती हैं, न कि उनके जीवन को खतरे में डालने के लिए। इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई ही इस त्रासदी के प्रति न्याय का पहला कदम हो सकता है।