ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
मुज़फ़्फ़रनगर के भरतिया कॉलोनी में हाल ही में एक विवाद उत्पन्न हुआ, जब एक मुस्लिम व्यक्ति, एडवोकेट नदीम राव, ने हिंदू बहुल इलाके में एक मकान खरीदा।
इस मुद्दे ने तब तूल पकड़ा जब स्थानीय लोगों और हिंदूवादी संगठनों ने इस मकान की खरीद पर विरोध जताया, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि मकान में मुस्लिम गतिविधियाँ हो रही हैं और इसे मस्जिद बनाने की कोशिश हो रही है।
नदीम राव ने बताया कि उन्होंने यह मकान अशोक भारती से खरीदा था, जो भारी कर्ज़ में डूबे हुए थे। उन्होंने भारती का कर्ज़ चुकाया और मकान खरीदा।
हालांकि, हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि मकान के अंदर नमाज़ पढ़ी जा रही है और वहां बड़ी संख्या में मुस्लिम रह रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने मकान के भीतर हंगामा किया, पोस्टर फाड़े और मकान को अपने नियंत्रण में लेने की धमकी दी।
पुलिस की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन सीओ नई मंडी ने कहा कि इलाके में लॉ-ऑर्डर की कोई समस्या नहीं है और मामले की जांच की जा रही है। मकान पर ताला लगा दिया गया है और फिलहाल विरोध प्रदर्शन शांत हो गए हैं।
यह मामला केवल मकान की खरीद-बिक्री से संबंधित नहीं, बल्कि धार्मिक और सांप्रदायिक संदर्भ में भी देखा जा रहा है।
भारत के संविधान के अनुसार, हर नागरिक को देश के किसी भी हिस्से में रहने और धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार है, फिर भी इस तरह के विवाद समय-समय पर देखने को मिलते हैं।
Author: samachar
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