चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में उस समय सनसनी फैल गई जब नानका गांव के पास सड़क किनारे खड़ी एक एक्सयूवी 500 कार (नंबर यूके17सी 6808) में एक व्यक्ति का खून से लथपथ शव बरामद हुआ। मृतक की गला रेतकर निर्मम हत्या की गई थी। यह घटना उस समय सामने आई जब सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने थानाप्रभारी अमित शर्मा को फोन कर सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस
थानाप्रभारी अमित शर्मा ने घटना स्थल पर पहुंचकर देखा कि कार की ड्राइविंग सीट पर करीब 40 वर्षीय व्यक्ति मृत पड़ा था। खिड़की खुली थी और कार के अंदर व आसपास खून बिखरा हुआ था। शव की शिनाख्त तत्काल नहीं हो पाई, क्योंकि मृतक आसपास के क्षेत्र का निवासी नहीं था।
जांच में जुटी पुलिस
शव के पास से मृतक का पर्स, मोबाइल फोन, और कुछ दस्तावेज बरामद हुए। कार के नंबर प्लेट के आधार पर परिवहन विभाग से संपर्क किया गया। पता चला कि यह गाड़ी हरिद्वार जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के महेश्वरी गांव निवासी सुभाषचंद के नाम पर पंजीकृत थी।
भगवानपुर पुलिस ने सुभाषचंद के परिजनों को सूचित किया। उनके भाई विश्वास ने शव की पहचान की और बताया कि सुभाषचंद कल सुबह किसी काम से घर से निकले थे।
हत्या की गुत्थी सुलझाने की कोशिश
पुलिस ने सुभाषचंद के कॉल रिकॉर्ड खंगाले और जांच में पाया कि उनका संपर्क अरशद नामक व्यक्ति से था, जो हरिद्वार के मोहन गणेश विहार का निवासी है। अरशद पर पहले से ही तंत्र-मंत्र के काम और धोखाधड़ी के आरोप थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अरशद के घर छापा मारा।
अरशद ने कबूला गुनाह
पुलिस हिरासत में अरशद ने सुभाषचंद की हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि कुछ समय पहले सुभाषचंद ने उसे तंत्र-मंत्र से धन दुगुना करने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे। जब वादा पूरा नहीं हुआ, तो सुभाषचंद ने पैसे वापस मांगे और अरशद पर दबाव बनाया।
हत्या की योजना
अरशद ने अपने साथी वकील और टीलू के साथ मिलकर सुभाषचंद की हत्या की साजिश रची। 2 दिसंबर की रात, अरशद ने सुभाषचंद को एक करोड़ रुपये लौटाने का झांसा देकर अपने घर बुलाया। वहां, अरशद की पत्नी और बेटी ने सुभाषचंद को नशे की दवा मिलाकर चाय पिलाई। बेहोश होने के बाद उन्हें उनकी कार में बैठा दिया गया।
रात में, अरशद और उसके साथियों ने सुभाषचंद को नानका गांव के पास ले जाकर गला रेत दिया और शव को कार में छोड़कर फरार हो गए।
साजिश में परिवार भी शामिल
पुलिस ने अरशद के बयान के आधार पर उसकी पत्नी, बेटी, और अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी ने हत्या में अपनी भूमिका स्वीकार की।
मामला दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या और साजिश की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। थानाप्रभारी अमित शर्मा ने कहा कि इस हत्याकांड में शामिल सभी दोषियों को अदालत में पेश किया जाएगा। फरार आरोपी टीलू की तलाश जारी है।
परिवार में शोक
सुभाषचंद के परिवार में उनकी मौत से गहरा सदमा है। उनकी पत्नी और बच्चों ने न्याय की गुहार लगाई है। पुलिस का कहना है कि इस केस में हर एंगल से जांच की जा रही है और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए सबूत जुटाए जा रहे हैं।
यह हत्या धन लालच और अंधविश्वास के खतरनाक दुष्परिणामों की एक और मिसाल है, जो समाज के लिए एक चेतावनी है।