सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज के लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने हाल ही में न्यूज चैनल एपीएन के विशेष कार्यक्रम ‘स्वदेश कॉन्क्लेव’ में भाग लिया। इस कार्यक्रम में दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी भी शामिल हुए। जब मनोज तिवारी इस कार्यक्रम में पहुंचे, तो अखिलेश यादव ने कुछ ऐसा किया कि पूरा हॉल ठहाकों और तालियों से गूंज उठा।
दरअसल, अखिलेश यादव पहले से ही कार्यक्रम में मौजूद थे और अपनी कुर्सी पर बैठे हुए थे। जब मनोज तिवारी आए, तो अखिलेश यादव ने उनका स्वागत करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मशहूर पंक्तियों का जिक्र किया, जिसमें वाजपेयी ने कहा था कि राजनीति में मतभेद होना चाहिए, मनभेद नहीं।
इस संदर्भ में अखिलेश यादव ने कहा कि यह अच्छा है कि मनोज तिवारी उनके बगल में बैठे हैं, भले ही वे अलग-अलग राजनीतिक दलों से हैं।
जब मनोज तिवारी ने अखिलेश यादव के बाईं ओर रखी कुर्सी पर बैठने का प्रयास किया, तो अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा, “आपको यह नहीं पता होगा कि मनोज तिवारी सबसे पहले किस पार्टी से चुनाव लड़े थे, किस जिले से लड़े थे, और किसके खिलाफ लड़े थे। वह हमारे पुराने साथी हैं, बहुत पुराने।”
अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर पूरे हॉल में जमकर तालियां बजने लगीं। खुद अखिलेश यादव और मनोज तिवारी भी जोर-जोर से हंसने लगे।
दरअसल, मनोज तिवारी ने अपना पहला चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) से ही लड़ा था। सपा ने उन्हें 2009 में गोरखपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था, जहां वे योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़े थे। हालांकि, वे इस चुनाव में हार गए थे और तीसरे स्थान पर रहे थे।
इसके बाद, मनोज तिवारी भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) में शामिल हो गए और अब वे उत्तर-पूर्व दिल्ली से लगातार तीसरी बार सांसद बने हैं।
Author: samachar
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