इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया जिले में एक गैंगस्टर के वीडियो शूट का मामला सामने आया है, जिसने पुलिस प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। तीन दिन पहले पुलिस ने गैंगस्टर नीतेश यादव उर्फ रफ्तार को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान उसे बाएं पैर में गोली लगी थी, जिसके बाद उसे महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए ले जाया गया।
इस बीच, गैंगस्टर के दो साथियों ने उसकी मेडिकल देखभाल के दौरान एक वीडियो शूट किया और उसे इंस्टाग्राम पर रील के रूप में अपलोड कर दिया। वीडियो में गैंगस्टर के साथियों को दिखाया गया है जो मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान स्टंट कर रहे हैं और गैंगस्टर को लेकर कार में वीडियो बना रहे हैं। वीडियो में लिखा गया है कि “मिस्टर रफ्तार यादव 307, कुछ टाइम लगेगा फिर लौटेंगे।”
इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने जांच की और पाया कि इस मामले में लापरवाही के चलते दारोगा कुंदन पटेल और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, वीडियो शूट करने वाले दो आरोपितों—गोलू यादव और अतुल राव—को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
नीतेश यादव पर लूट, छिनैती, धमकी देने, और रंगदारी जैसे कई गंभीर आरोप हैं, और उसके गिरोह में 25 वर्ष से कम उम्र के करीब 35 से अधिक लोग शामिल हैं। एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, बरहज तहसील कार्यालय में कुछ बाहरी लोगों के सरकारी अभिलेखों की जांच करने का वीडियो भी सामने आया है। उत्तर प्रदेश के अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त ने निर्देशित किया है कि सरकारी कार्यालयों में कोई भी निजी या बाहरी व्यक्तियों से काम नहीं लिया जाए, ताकि गोपनीयता भंग न हो। एसडीएम अंगद यादव ने पुष्टि की है कि तहसील कार्यालय में कोई निजी कर्मचारी मौजूद नहीं है।
Author: samachar
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