कविता
कविता
कविता महक बिखेरती…..??
75 पाठकों ने अब तक पढा⏺️ प्रमोद दीक्षित मलय कविता स्वप्न सँवारती, भाव भरे उर इत्र। जीवन पुस्तक में गढ़े,
कविता
सुन फागुन के राग…..
77 पाठकों ने अब तक पढाप्रमोद दीक्षित मलय फागुन दस्तक दे रहा, बानी मीठी बोल। प्रेमसुधा भर लीजिए, हृदय झरोखा
कविता, साहित्य
कविता ; जीवन उपवन सा खिले
72 पाठकों ने अब तक पढा प्रमोद दीक्षित मलय जंगल करते हैं सदा, मानव पर उपकार। औषधियां-फल भेंटकर, दें जीवन संसार।।