google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
प्रतापगढ़

सीओ हत्‍याकांड में राजा भैया के खिलाफ सीबी आई का कसता शिकंजा…..ऐसा हादसा जिसने हिला दिया था सरकार 

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट

प्रतापगढ़ः 10 साल पहले कुंडा के बलीपुर गांव में हुआ सीओ जियाउल हक हत्‍याकांड (C0 Ziaul Haq Murder Case) आज भी बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के गले की फांस बना हुआ है। तमाम जांचों और लाई डिटेक्‍टर टेस्‍ट के बाद भी जब सीबीआई को कोई सुराग नहीं मिला तो उसने 2014 में इस केस को बंद कर दिया। सीओ की पत्‍नी परवीन आजाद ने इसका विरोध किया और सुप्रीम कोर्ट जा पहुंची। बीते 27 सितंबर को शीर्ष अदालत ने क्‍लोजर रिपोर्ट खारिज करते हुए एक बार फिर सीबीआई को इस मामले की जांच का आदेश दिया है। आदेश का पालन करते हुए सीबीआई की एक टीम कुंडा आ धमकी है। इस हत्‍याकांड से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है। कहा जा रहा है कि जल्‍द राजा भैया से भी पूछताछ की जाएगी। यह वही जियाउल हक हत्‍याकांड है जिसके बाद तत्कालीन अखिलेश सरकार हिल गई थी। खुद मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और उनके मंत्री आजम खान को पीड़ित परिवार के घर पहुंचना पड़ा था। हत्‍या की सूचना मिलते ही राजा भैया तुरंत अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान उन्‍होंने अपना पक्ष रखा पर बाद में उन्‍होंने सपा पार्टी की छवि का हवाला देते हुए मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा दे दिया था। कहा जाता है कि सीओ मर्डर के बाद से ही अखिलेश और राजा भैया के रिश्‍तों में दरार आ गई।

इसे भी पढें  निकाय चुनाव : नए सिरे से प्रत्याशी की तलाश में दल... BJP, SP, BSP की  तैयारी पर एक नजर….

हथिगवां थाना इलाके के गांव बलीपुर में दो मार्च, 2013 को रात करीब सवा आठ बजे दोहरे हत्याकांड की सूचना मिली। सूचना पर पहुंचे कुंडा के सीओ जियाउल हक को पहले लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया। बाद में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीन घंटों तक उनकी लाश प्रधान के घर के पीछे खड़ंजे पर पड़ी रही। सीओ की सुरक्षा में लगे गनर इमरान और विनय कुमार जान बचाकर भाग गए थे। हथिगवां थाने के एसओ मनोज शुक्‍ला भी भाग खड़े हुए। पुलिसकर्मियों के भाग जाने के बाद दबंगों ने सीओ जियाउल हक को लाठियों से पीटा। जीप से खींचकर जमीन पर घसीटा और फिर गोली मार दी। उन्हें पैरों में दो गोली मारी गई और फिर एक सीने में। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ था।

दबाव बना तो राजा भैया को देना पड़ा इस्‍तीफा

भीड़ द्वारा सीओ की हत्या ने पूरे उत्‍तर प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष ने तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार को घेरना शुरू कर दिया। सीओ की पत्नी परवीन आजाद ने हथिगवा थाने में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनके करीबियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया। राजा भैया तब अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। इस आरोप से के बाद जब उन पर दबाव बना तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और मामले की सीबीआई की जांच की मांग कर दी।

इसे भी पढें  वरिष्ठ नागरिक कल्याण बोर्ड सदस्य ने किया मंहगाई राहत कैंप का निरीक्षण सुनी आम जन की समस्याएं

देवरिया में धरने पर बैठ गए थे सीओ के घरवाले, अखिलेश और आजम को आना पड़ा

उधर, देवरिया में सीओ के घर पर उनके परिजन धरने पर बैठ गए। दबाव इतना ज्‍यादा बना कि खुद अखिलेश यादव को सीओ के घर जाकर परिजनों को सांत्वना देनी पड़ी। कैबिनेट मंत्री आजम खान भी साथ में थे। मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई और एक साल में जांच करके सीबीआई ने राजा भैया के अलावा मामले के अन्य आरोपी गुलशन यादव, हरिओम, रोहित, संजय को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद सीओ की पत्नी परवीन आजाद ने इसके खिलाफ सीबीआई कोर्ट में अर्जी डाल दी। कोर्ट ने रिपोर्ट खारिज कर दी और जांच फिर शुरू हो गई।

107 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की
Back to top button
Close
Close