राकेश सूद की रिपोर्ट
अश्विनी अत्रि की फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रसिदूध कत्थक कलाकार शोभना नारायण ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया और इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया। इस अवसर पर बोलते हुए शोभना ने कहा “आपके इन फोटोग्राफ्स के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया। आपकी जो यह सुंदर यात्रा है और इतनी सुंदर नुमाईश जो अपने लगाई है, मुझे इसका हिस्सा बनाने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया”
“अच्छा मैं आप सब से पूछती हूँ क्या आप यह छोटी-छोटी चीज़ देखते हो? या बस निकल जाते हो? जैसे जो दीपशिखा है इसकी जो परछाई पड़ रही है यह हम लोग देखकर निकल जायेंगे या हमारी नज़र भी नहीं पड़ेगी। लेकिन शायद अश्विनी इसमें शेप देखेगा और रंग देखेगा और इसको अपने कैमरे मैं कैद कर लेगा। यह फर्क है”।
फोटोग्राफ्स पर टिप्पणी करते हुए शोभना ने कहा कि “आपकी हर एक फोटोग्राफ किसी पेंटिंग की तरह लगती है।
दूसरी बात यह आम चीज़ें है जो हम देखते है पर शायद देखते नहीं है लेकिन कुछ उससे आगे देखते है। इनकी परसेप्शन थोड़ी और आगे है, एक अलग ही दुनिया में। मुझे एक संस्कृत का श्लोक याद आ रहा है – सदाशिवाय त्रिमेत्र जागृताय पूर्णत्वम् दृश्यम सुद्राय नमः । आपने तो सम्पूर्ण दृष्टि हमें दे दी और आपने तो हमें वह सब कुछ दिखा दिया जो हमारी सोच से परसेप्शन से आगे है। उस दृष्टि को हम नमन करते है। मेरा मतलब है कि वह जो आपकी नज़रें है जो इन सब चीज़ों के आगे देखती है, अगर कहा जाए तो भगवान की जो सृष्टि है उसके जो रंग हैं जो रचना हैं और उनकी जो प्रस्तुतीकरण की है और जिस तरह से आपने हमारे सामने इसे पेश किया है और हम इनको देख पाए और हमारा तीसरा नेत्र बनने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."